Rajasthan University: बुरी फंसीं राजस्थान यूनिवर्सिटी की वीसी, घोटाले के आरोप की होगी जांच; राज्यपाल ने दी मंजूरी
Friday, May 30, 2025-06:08 PM (IST)

राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलपति अल्पना कटेजा पर गंभीर आरोप, राज्यपाल ने दिए जांच के आदेश
जयपुर: राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अल्पना कटेजा एक बार फिर विवादों में हैं। छात्रों और विपक्षी नेताओं द्वारा लंबे समय से लगाए जा रहे वित्तीय, प्रशासनिक और शैक्षणिक अनियमितताओं के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए राज्यपाल कार्यालय ने संभागीय आयुक्त, जयपुर को जांच के आदेश दिए हैं।
छात्रों ने किया था राज्यपाल को पत्राचार
3 अप्रैल 2024 को विश्वविद्यालय के छात्रों ने राज्यपाल को एक पत्र लिखकर विश्वविद्यालय में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार और कुप्रशासन की उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। इसके बाद 16 अप्रैल को नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी राज्यपाल को पत्र भेजा और कुलपति के कार्यों पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की।
पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में नियमों के उल्लंघन का आरोप
छात्रों का आरोप है कि 2021-22 में पीएचडी की प्रवेश प्रक्रिया के दौरान नियमों में अचानक बदलाव किया गया। नई अधिसूचना के तहत इंटरव्यू प्रक्रिया को बदल दिया गया, जो UGC के मानकों के खिलाफ था। इससे अभ्यर्थियों में भारी असंतोष फैल गया।
संविधान पार्क निर्माण में घोटाले की आशंका
छात्रों ने संविधान पार्क निर्माण (2024) को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पार्क के निर्माण में बड़े पैमाने पर वित्तीय गड़बड़ियां हुईं, और वहां लगे स्तंभों पर गलत ऐतिहासिक तथ्य अंकित किए गए। इस मामले की जांच के लिए समिति बनाई गई थी, लेकिन रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई।
छात्र राहुल कुमार ने भेजा 26 बिंदुओं वाला आरोप पत्र
राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र राहुल कुमार ने कुलपति के खिलाफ 26 बिंदुओं वाला विस्तृत आरोप पत्र राज्यपाल को सौंपा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर और छात्रावासों की हालत बदहाल है, लेकिन कुलपति अपने सरकारी आवास का सौंदर्यीकरण करवा रही हैं। इससे छात्रों में भारी नाराजगी है।
पोस्ट डॉक्टोरल फेलो ने की बर्खास्तगी की मांग
पोस्ट डॉक्टोरल फेलो डॉ. सज्जन कुमार सैनी ने कहा,
"विश्वविद्यालय में तानाशाही और भ्रष्ट अधिकारियों की कोई जगह नहीं है। ऐसे अधिकारियों को तत्काल बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए। आम छात्रों के पैसों का दुरुपयोग करने वाली कुलपति को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए।"
राज्यपाल कार्यालय की कार्यवाही
राज्यपाल कार्यालय ने छात्रों और नेता प्रतिपक्ष से प्राप्त शिकायतों के आधार पर संभागीय आयुक्त, जयपुर को पत्र लिखकर सभी आरोपों की विस्तृत और निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं। राजस्थान विश्वविद्यालय, जो राज्य का प्रमुख शैक्षणिक संस्थान है, इन दिनों गंभीर आरोपों और विवादों के घेरे में है। जांच के निष्कर्ष सामने आने तक यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि शिक्षा जगत में पारदर्शिता और जवाबदेही को कैसे बहाल किया जाएगा।