राजस्थान में फोन टैपिंग विवाद: सीएम, डिप्टी सीएम सहित गृह राज्य मंत्री के बयान ने मचा दिया बवाल
Saturday, Feb 08, 2025-11:53 AM (IST)
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जयपुर, 8 फरवरी 2025 । राजस्थान में पिछली गहलोत सरकार में हुए फोन टैपिंग मामले के बाद भजनलाल सरकार के एक मंत्री ने भी खुद की सरकार पर ही फोन टैपिंग का आरोप लगा दिया । जी हां भजनलाल सरकार की कैबिनेट में कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा लगातार भाजपा सरकार पर ही आरोप लगाते हुए नजर आ रहे हैं । ऐसे में राजनीतिक माहौल फिर से गर्म होता हुआ नजर आ रहा है । दरअसल, किरोड़ी मीणा का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे अपनी ही सरकार पर फोन टैप करने का आरोप लगा रहे है । हालांकि ये पूरा मुद्दा शुक्रवार को दिनभर विधानसभा में छाया रहा । विपक्ष पूरी तरह से इस मुद्दे को तूल देते हुए लगातार विधानसभा में हंगामा कर रहा था । इतना ही नहीं कांग्रेसी विधायक वेल में पहुंचकर भजनलाल सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी करने लगे । लेकिन शाम को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्यपाल के अभिभाषण का जवाब देते हुए पूरी तरह से इस मामले को निराधार बताया । वहीं मुख्यमंत्री सहित डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा और मंत्रियों ने भी मामले को लेकर बयानबाजी की ।
बता दें कि राजस्थान सरकार के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने किरोड़ी लाल मीणा के फोन टैपिंग के आरोपों को पूरी तरह से बेबुनियाद करार दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि राज्य सरकार किसी भी मंत्री या विधायक का फोन टैप नहीं कर रही । गृह राज्य मंत्री बेढ़म ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं पिछली अशोक गहलोत सरकार के दौरान हुई थीं। उस समय डिप्टी सीएम और कई विधायकों के फोन टैप किए गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के पास सरकार के खिलाफ कोई ठोस मुद्दा नहीं है, इसलिए अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है और वह सरकार के विकास कार्यों से घबराया हुआ है । उन्होंने यह भी कहा कि किरोड़ी लाल मीणा का वायरल वीडियो संदिग्ध है और इस मुद्दे को अनावश्यक तूल दिया जा रहा है ।
इसी मुद्दे पर डिप्टी सीएम प्रेम चंद बैरवा ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा शासन में किसी भी नेता, मंत्री या विधायक की फोन टैपिंग नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि विपक्ष बेबुनियाद आरोप लगाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। विपक्ष इस मामले को लेकर आक्रामक है और लगातार मुख्यमंत्री से जवाब मांग रहा है, वहीं सरकार ने इसे पूरी तरह से बेबुनियाद बताते हुए खारिज कर दिया है ।
किरोड़ी लाल मीणा का फोन टैपिंग वाले वायरल वीडियो पर सियासत गरमा गई । दरअसल फोन टैपिंग के इस विवाद की शुरुआत किरोड़ी लाल मीणा के वायरल वीडियो से हुई, जिसमें उन्होंने कहा-"मैंने भ्रष्टाचार के कुछ मामले उठाए थे, 50 फर्जी थानेदार गिरफ्तार किए गए। जब मैंने परीक्षा रद्द करने की मांग की तो सरकार ने मेरी बात नहीं मानी। उल्टा, सरकार मेरी निगरानी करवा रही है, चप्पे-चप्पे पर सीआईडी लगाई जा रही है और मेरा टेलीफोन रिकॉर्ड किया जा रहा है।"
हालांकि सरकार ने इस मामले को पूरी तरह राजनीतिक स्टंट बताते हुए आरोपों को खारिज कर दिया है। सरकार का कहना है कि यह मुद्दा सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए उछाला जा रहा है और सच जनता के सामने जल्द आ जाएगा। विपक्ष हालांकि इस मामले को लेकर आक्रामक बना हुआ है और लगातार मुख्यमंत्री से जवाब मांग रहा है।
अब राजनीतिक हल्कों में सवाल उठ रहा है कि क्या राजस्थान में फोन टैपिंग पर सियासी घमासान और बढ़ेगा ? ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा । लेकिन विपक्ष के आरोपों पर सरकार का पलटवार लगातार जारी है ।