2025 में हुए प्रमुख सड़क हादसों पर चौंकाने वाली रिपोर्ट, जानिए कैसे सड़क हादसों का राज्य बना राजस्थान
Sunday, Dec 07, 2025-02:50 PM (IST)
जयपुर। साल 2025 में राजस्थान में कई भीषण सड़क हादसे हुए जिनमें नवंबर की शुरुआत तक 9 हजार 711 लोगों ने अपनी जान गवां दी। ये प्रमुख सड़क हादसे तेज रफ्तार के कारण हुए तो कुछ पशुओं को बचाने के चक्कर में तो कुछ शराब के नशे में धुत्त होकर गाड़ियां चलाने के कारण हुए है जिनमें हजारा लोगों ने अपनी जानें गंवा दी। ऐसे में आइए जानते हैं उन सड़क हादसों के बारे में जिनके बारे में सुनकर ही लोगों की रूह कांप उठती है।
नवंबर महीने में जयपुर में शराबी डंपर चालक का बड़ा कांड सामने आया जिसने एक के बाद एक 17 गाड़ियों को रौंद डाला, जिसमें 14 लोगों ने अपनी जाने गंवाई और दर्जनों लोग घायल हुए, इस हादसे के कारण बने ड्राइवर को पकड़कर पूछताछ की तो उसका अत्यधिक मात्रा में शराब पीना सामने आया।
इसी साल अगस्त में दौसा एक पिकअप वैन के खड़े ट्रक से टकराने से 7 बच्चों समेत 11 लोगों जान चली गई और 8 लोग घायल भी हुए। ये लोग उत्तर प्रदेश के एटा लौट रहे थे. इसी सल जोधपुर जिले में एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हो गया, जिसमें 15 लोगों की जान चली गई. यह भीषण दुर्घटना फलोदी तहसील के मतोड़ा के पास हुई थी।
हाल ही में टोंक के पीपलू थाना क्षेत्र में एक तेज रफ्तार SUV नदी में गिर गई जिसमें 2 महिलाओं की जान चली गई। राजस्थान के फलौदी जिले में एक बस और ट्रेलर की टक्कर में 15 लोगों की जान चली गई और 3 घायल हो गए। ये हादसा जयपुर से 400 किमी दूर हुआ, जब बस बीकानेर के कोलायत से जोधपुर लौट रही थी।
इसी साल 14 अक्टूबर को जैसलमेर में एक प्राइवेट बस आग का गोला बन गई जिसमें 26 लोगों ने जान गंवा दी. इस घटना के बाद प्राइवेट स्लीपर बसों पोल खुलकर सामने आई जिसमें जानबूझकर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले कारण सामने आए। हालांकि ये प्रमुख हादसे रहे जिन्होंने लोगों की नींद उड़ा दी थी और इनके अलावा भी कई हादसे हुए जिनमें सैंकड़ों लोगों ने अपने जानें गंवाई। अब बात करें राजस्थान में सड़कों की तो पिछले साल तक इनकी कुल लंबाई 3 लाख 17 हजार 120 किलोमीटर थी, जिनमें से 10 हजार 790 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग, 17 हजार 376 किलोमीटर राज्य राजमार्ग, 14 हजार 372 किलोमीटर प्रमुख जिला सड़कें, 68 हजार 265 किलोमीटर अन्य जिला सड़कें और 2 लाख 6 हजार 317 किलोमीटर ग्रामीण सड़कें हैं।
राजस्थान में सड़क हादसे रोकने के लिए सरकार के उपायों की तो वो भी किए जा रहे हैं, राजस्थान सरकार सड़क हादसों को रोकने के लिए कई उपाय कर रही है, जिनमें ब्लैक स्पॉट सुधारना, अवैध कट बंद करना, यातायात नियमों का सख्ती से पालन करवाना, वाहनों की जांच और निगरानी बढ़ाना, शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर कार्रवाई और हाईवे पर आराम स्थल बनाना शामिल हैं, साथ ही 2030 तक हादसों में 50% कमी लाने के लिए 10 साल की कार्ययोजना भी बनाई जा रही है, जिसमें परिवहन विभाग को नोडल बनाकर विभागों में समन्वय स्थापित किया जा रहा है और उच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन भी किया जा रहा है।
