जैसलमेर में जासूसी कनेक्शन पर राजनीति गरमाई, महंत प्रतापपुरी बोले ‘गद्दार’ को दे रखी थी शरण

Saturday, May 31, 2025-04:53 PM (IST)

राजस्थान के सीमावर्ती जैसलमेर जिले की राजनीति में बड़ा बवाल खड़ा हो गया है। पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद के पूर्व निजी सचिव शकूर खान की खुफिया एजेंसी द्वारा गिरफ्तारी के बाद पोकरण विधायक और रामदेवरा पीठ के महंत प्रतापपुरी ने खुलकर हमला बोला है। उन्होंने पूर्व मंत्री पर “गद्दारों को संरक्षण देने” और “परिवारवाद को बढ़ावा देने” जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।

महंत प्रतापपुरी ने एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में कहा कि शकूर खान को मंत्री का सबसे करीबी माना जाता था। वह पांच वर्षों तक उनके साथ रहा और अब जासूसी जैसे आरोपों में पकड़ा गया है। ऐसे में यह कहना कि मंत्री को उसके बारे में कुछ पता नहीं था, बेहद चिंताजनक है। उन्होंने सवाल किया कि जब एक मंत्री का निजी सचिव देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त हो, तो सोचिए उसने कितनी संवेदनशील जानकारी कहां-कहां पहुंचाई होगी।

सीमावर्ती क्षेत्र में मदरसों की बाढ़ पर उठाए सवाल 

महंत प्रतापपुरी ने सालेह मोहम्मद के मंत्री कार्यकाल में सीमावर्ती क्षेत्रों में बड़ी संख्या में खुले मदरसों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कई मदरसों पर 25-25 करोड़ रुपये तक का खर्च हुआ, लेकिन वहां पढ़ाई के नाम पर क्या हो रहा है, इस पर कोई निगरानी नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन मदरसों में बाहरी राज्यों से आने वाले छात्रों की गतिविधियों पर भी नजर नहीं रखी जा रही है, जिससे सुरक्षा की दृष्टि से खतरा और बढ़ गया है।

धर्म और परिवारवाद के नाम पर राजनीति

विधायक ने पूर्व मंत्री के पूरे परिवार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे धर्म के नाम पर लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं और अपने ही परिवार के लोगों को हर पद पर बैठाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब जनता इस ‘परिवार के फरमान’ को मानने को तैयार नहीं है।

प्रधानमंत्री से की कार्रवाई की मांग

महंत प्रतापपुरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जाए और अगर कोई भी व्यक्ति देशविरोधी गतिविधियों में शामिल पाया जाए, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि देश के छिपे हुए दुश्मनों को बेनकाब करना अब ज़रूरी हो गया है।


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Raunak Pareek

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