राजस्थान पुलिस ने विदेशी कोयले में मिलावट करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का किया भंडाफोड़, एक गिरफ्तार

Sunday, Jul 20, 2025-05:09 PM (IST)

राजस्थान पुलिस ने विदेशी कोयले में मिलावट करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का किया भंडाफोड़, एक गिरफ्तार

जयपुर। राजस्थान पुलिस ने अमेरिका से आयात किए गए उच्च गुणवत्ता वाले कोयले में मिलावट कर फैक्ट्रियों को करोड़ों रुपए का चूना लगाने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस धोखाधड़ी में शामिल एक मुख्य आरोपी इरफान को गिरफ्तार किया गया है, जो रोजाना लाखों रुपए की अवैध कमाई कर रहा था। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) दिनेश एम.एन. ने बताया कि सीआईडी (क्राइम ब्रांच) को पिछले कुछ समय से आयातित कोयले की चोरी और मिलावट की गुप्त सूचनाएं मिल रही थीं। जांच में सामने आया कि यह गिरोह अमेरिका से लाए गए शुद्ध कोयले में लोकल डस्ट कोयला मिलाकर बड़ी फैक्ट्रियों को सप्लाई कर रहा था।

गुजरात से जुड़े हैं तार
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि इस पूरे गोरखधंधे को गुजरात के कोयला माफियाओं द्वारा संचालित किया जा रहा था। उन्होंने पिंडवाड़ा-आबूरोड के एनएच-27 पर स्थित भुजेला गांव में एक बंद फैक्ट्री किराए पर लेकर उसे मिलावट अड्डा बना रखा था। यही नहीं, इन अपराधियों ने ट्रक चालकों से भी सांठगांठ कर ली थी।

कैसे होता था गोरखधंधा?
पुलिस के मुताबिक आरोपी गिरोह 5 से 7 हजार रुपए प्रति टन की दर से ट्रक ड्राइवरों से विदेशी कोयला खरीद लेते थे। इसके बाद उस कोयले में नकली पाउडर कोयला (डस्ट) मिलाकर उसे फैक्ट्रियों को भेज दिया जाता था। ट्रकों से चुराया गया शुद्ध कोयला आगे छोटी औद्योगिक इकाइयों को ऊंचे दामों में बेचा जाता था।

हर दिन करीब 15 से 20 टन कोयले की हेराफेरी की जा रही थी, जिससे गिरोह रोजाना करीब 1 से 1.5 लाख रुपए की कमाई कर रहा था। महीने में यह आंकड़ा 30 से 35 लाख रुपए तक पहुंच रहा था।

छापेमारी में मिला सबूत, आरोपी गिरफ्तार
मुखबिर से मिली सूचना के बाद पुलिस की विशेष टीम ने शुक्रवार को संदिग्ध फैक्ट्री परिसर में छापा मारा। मौके से पुलिस ने दो ट्रक, एक लोडर, एक डोजर मशीन जब्त की और मुख्य आरोपी इरफान को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में इरफान ने पूरे रैकेट का खुलासा किया।

पुलिस का आगे का कदम
फिलहाल पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कितनी फैक्ट्रियां इस कोयला मिलावट की शिकार बनी हैं। पुलिस इस मामले में ट्रक मालिकों, कोयला आपूर्ति कंपनियों और फैक्ट्री प्रबंधन से भी पूछताछ कर सकती है।


Content Editor

Kailash Singh

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