पुष्कर विधानसभा के विद्यालयों को मिला सुरक्षा कवच: मंत्री सुरेश सिंह रावत ने स्वीकृत किए ₹100.17 लाख
Tuesday, Jul 29, 2025-07:57 PM (IST)

पुष्कर विधानसभा के विद्यालयों को मिला सुरक्षा कवच: मंत्री सुरेश सिंह रावत ने स्वीकृत किए ₹100.17 लाख
पुष्कर, 29 जुलाई, 2025: पुष्कर विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, जल संसाधन मंत्री और स्थानीय विधायक श्री सुरेश सिंह रावत ने क्षेत्र के आठ विद्यालयों में मरम्मत कार्य के लिए ₹100.17 लाख की राशि स्वीकृत करवाई है। यह निर्णय न केवल छात्रों की बेहतर शैक्षणिक सुविधाओं के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि विद्यालय परिसरों में एक सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करने के प्रति मंत्री की संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता का भी जीवंत प्रमाण है।
इन विद्यालयों को मिलेगी मरम्मत की सौगात
स्वीकृत राशि से निम्नलिखित विद्यालयों में आवश्यक संरचनात्मक सुधार किए जाएंगे:
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राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, दांता – ₹10.40 लाख
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राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, घूघरा – ₹13.05 लाख
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राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, गगवाना – ₹13.00 लाख
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राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, कायमपुरा – ₹18.00 लाख
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राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, भिलावट – ₹12.44 लाख
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महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, रूपनगढ़ – ₹14.53 लाख
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राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, जाखोलाई – ₹9.18 लाख
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राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय, भदूण – ₹9.57 लाख
मंत्री रावत ने बताया कि इस राशि का उपयोग कक्षा-कक्षों की छतों की मरम्मत, शौचालयों का जीर्णोद्धार, चारदीवारी, फर्श, दरवाजों और खिड़कियों सहित अन्य आवश्यक कार्यों के लिए किया जाएगा। इसका सीधा लाभ छात्रों को मिलेगा, जिससे उन्हें एक सुरक्षित, स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक माहौल मिल सकेगा।
अन्य विद्यालयों को भी जल्द मिलेगी राहत
सुरेश सिंह रावत ने यह भी आश्वस्त किया कि यह केवल शुरुआत है। उपरोक्त विद्यालयों के अतिरिक्त, संपूर्ण पुष्कर विधानसभा क्षेत्र के अन्य मरम्मत योग्य विद्यालयों की सूची भी तैयार कर ली गई है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आवश्यकतानुसार शीघ्र प्रस्ताव भेजें ताकि शेष विद्यालयों में भी मरम्मत कार्य जल्द से जल्द शुरू हो सकें। यह पहल दर्शाती है कि मंत्री रावत शिक्षा के बुनियादी ढांचे को लेकर एक व्यापक दृष्टिकोण रखते हैं।
'जनप्रतिनिधि' की भावना से कार्य करते रावत
मंत्री सुरेश सिंह रावत की कार्यशैली का मूल मंत्र "सबसे पहले क्षेत्र, सबसे पहले जनता" है। वे केवल एक नेता के रूप में नहीं, बल्कि एक सच्चे जनप्रतिनिधि की भावना से कार्य करते हैं। उनका ध्यान न केवल बड़े विकास कार्यों पर रहता है, बल्कि वे भावनात्मक जुड़ाव और ज़मीनी हकीकत को समझते हुए हर छोटे-बड़े विद्यालय, गाँव और नागरिक की जरूरतों को प्राथमिकता देते हैं। विद्यालयों के लिए यह प्रयास उनकी संवेदनशील नेतृत्व क्षमता और बच्चों की सुरक्षा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह कदम यह भी दर्शाता है कि रावत की दृष्टि केवल भव्य विकास की ओर नहीं, बल्कि भविष्य गढ़ने वाले विद्यार्थियों की सुरक्षा और सुविधा की ओर भी समान रूप से केंद्रित है।