राजस्थान में गणना प्रपत्र वितरण के साथ डिजिटाईजेशन में अब तक 1.32 करोड़ फॉर्म अपलोड
Monday, Nov 17, 2025-12:02 PM (IST)
जयपुर। राजस्थान में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम–2026 के तहत मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि 13 दिनों में बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) ने घर–घर पहुंचकर न केवल मतदाताओं को गणना प्रपत्र उपलब्ध कराए हैं बल्कि गणना प्रपत्र को किस तरह से भरा जाना है, इसकी जानकारी भी दी है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भरे हुए प्रपत्रों को डिजिटल स्वरूप में दर्ज करने की प्रक्रिया भी लगातार तेज हो रही है। अब तक 1.32 करोड़ गणना फॉर्म ईसीआईनेट पर अपलोड किए जा चुके हैं। डिजिटाइजेशन में बाड़मेर 38% प्रपत्रों को अपलोड करवा कर प्रथम स्थान पर है, तथा सवाई माधोपुर, धौलपुर एवं भरतपुर भी 30% से अधिक प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन के साथ इस तालिका में ऊपर हैं। कोटा 18% के साथ सबसे नीचे स्थान बनाए हुए हैं एवं बूंदी, करौली, डूंगरपुर, झुंझुनूं, जयपुर ऐसे जिले हैं जहां अभी डिजिटाइजेशन का कार्य 20% से कम है।
बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र 45% से अधिक गणना प्रपत्रों को डिजिटाइज कर राज्य में सबसे आगे है और रईसी नगर 42% के साथ दूसरे स्थान पर है जबकि भीलवाड़ा विधानसभा क्षेत्र 10% डिजिटलाइजेशन के साथ सबसे नीचे स्थान बनाए हुए हैं। उन्होंने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को डिजिटाइजेशन के कार्य को तेजी लाने के लिए बीएलओ को अतिरिक्त सहायता देने के लिए विशेष निर्देश दिए।
महाजन ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए की ऑनलाइन प्रपत्र भरने की और विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है और इस संबंध में जन जागरूकता के कार्यक्रम चलाए जाएं जिससे BLO के कार्यभार में भी कुछ कमी लाई जा सके। राजस्थान ऑनलाइन गणना प्रपत्र भरने में देश में अग्रणी राज्यों में से एक है। अभी तक 1.58 लाख गणना प्रपत्र ऑनलाइन भरे जा चुके हैं, जिनमें हनुमानगढ़ एवं गंगानगर लगातार आगे चल रहे हैं। नए बने जिलों में बालोतरा सबसे ऊपर है। जिन जिलों में इस कार्य में तेजी लाने की आवश्यकता है वह है बांसवाड़ा डूंगरपुर एवं प्रतापगढ़। विधानसभा क्षेत्र में देखें तो भोपालगढ़ और गंगानगर विधानसभा क्षेत्र सबसे ऊपर हैं जबकि बागीडोरा और घाटोल में अभी ऑनलाइन गणना प्रपत्र भरे जाने की गति अत्यधिक धीमी है।
महाजन ने कहा कि “हर योग्य मतदाता का सूची में जुड़ना सुनिश्चित करवाया जाए।" एवं ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए मीडिया के माध्यम से एवं इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब ELC के माध्यम से voters.eci.gov.in वेबसाइट का प्रचार प्रसार करवाया जाए और इसकी प्रक्रिया पर बने हुए छोटे-छोटे वीडियो को सभी कॉलेज एवं इंस्टीट्यूशंस में दिखाया जाए जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इसका फायदा उठा सके।
