राजस्थान को मिला नया ब्यूरोक्रेसी मुखिया, जानिए कौन हैं सीएस वी. श्रीनिवास

Saturday, Nov 15, 2025-02:30 PM (IST)

जयपुर। भजनलाल सरकार को राजस्थान काडर के सीनियर आईएएस वी. श्रीनिवास के तौर पर नया ब्यूरोक्रेसी मुखिया मिल गया है। केंद्र सरकार ने वी. श्रीनिवास को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से रिलीव करने के आदेश जारी कर दिए हैं। यानी उन्हें दिल्ली से जयपुर लौटने की अनुमति दे दी गई है। ऐसे में अब यह तय है कि राजस्थान के नए मुख्य सचिव की कमान वी. श्रीनिवास के हाथों में ही आने वाली है। ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर वी. श्रीनिवास कौन हैं।

 

आपको बता दें कि मुख्य सचिव की नियुक्ति का आदेश राज्य सरकार ही करती है। सीनियर आईएएस वी. श्रीनिवास पिछले करीब चार साल से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। सुधांश पंत के पद छोड़ने के बाद केंद्र सरकार द्वारा वी. श्रीनिवास को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से रिलीव करना यह स्पष्ट करता है कि उन्हें राजस्थान में बड़ी जिम्मेदारी मिल रही है।

 

राजस्थान काडर में वी. श्रीनिवास वरिष्ठता में दूसरे नंबर पर हैं। वे वर्ष 1989 बैच के आईएएस हैं। पहले नंबर पर वर्ष 1988 बैच के सुबोध अग्रवाल हैं। हालांकि, अग्रवाल अगले जल्द ही रिटायर हो रहे हैं इस वजह से उन्हें सीएस नहीं बनाया गया। इसमें दिलचस्प बात ये है कि वरिष्ठ आईएएस वी. श्रीनिवास पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के रिश्तेदार हैं। श्रीनिवास की पत्नी पूर्व पीएम नरसिम्हा राव की दोहिती हैं। वी. श्रीनिवास पिछले कई वर्षों से अहम पदों पर रहे हैं। केंद्र में जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी तब वो तत्कालीन विदेश मंत्री रहे जसवंत सिंह के निजी सचिव भी रहे। वाजपेयी सरकार में ही वी. श्रीनिवास को इंटरनेशनल मोनेटरी फंड वाशिंगटन में भारत के कार्यकारी निदेशक के तकनीकी सहायक की जिम्मेदारी भी दी गई थी।

 

वर्ष 1989 बैच के आईएएस वी. श्रीनिवास विशाखापटनम, आंध्रप्रदेश के रहने वाले हैं। आईएएस के रूप में 1992 में उनकी सेवाएं प्रारंभ हुई थी। पाली और जोधपुर में कलेक्टर रह चुके वी. श्रीनिवास वर्ष 2001 से 2003 तक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रहे। सितंबर 2003 से लेकर अक्टूबर 2006 तक उन्होंने वाशिंगटन में इंटरनेशनल मोनेटरी फंड में भारत के कार्यकारी निदेशक के तकनीकी सहायक के रूप में काम किया था। 2013 से लेकर 2017 तक फिर से वे केंद्रीय सेवाओं में रहे। बाद में सिर्फ एक साल तक राजस्थान में सेवाएं और दिसंबर 2018 में फिर से केंद्रीय सेवाओं में चले गए थे और अब वो राजस्थान में सेवाएं देने जा रहे हैं।


Content Editor

Anil Jangid

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