परबतसर पशु मेले में मारपीट की घटना पर निर्मल चौधरी का बयान, सरकार से की सख्त कार्रवाई की मांग

Sunday, Aug 17, 2025-04:16 PM (IST)

जयपुर, 17 अगस्त 2025। राजस्थान विश्वविद्यालय के निवर्तमान अध्यक्ष निर्मल चौधरी ने परबतसर में आयोजित श्री वीर तेजा पशु मेले में किसानों और पशुपालकों के साथ हुई मारपीट की घटना को निंदनीय बताया है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार और प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की।

किसानों को तंग करना सेवा नहीं, अपराध है-  निर्मल चौधरी 

निर्मल चौधरी ने कहा कि पशुपालकों को बैल/पशु खरीदने और उन्हें ले जाने के दौरान परेशान करना अमानवीय है और किसी भी दृष्टि से स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसी घटनाएँ सिर्फ परबतसर तक सीमित नहीं हैं, बल्कि नागौर का श्रीरामदेव पशु मेला, मेड़ता का मेला और अन्य जगहों पर भी अक्सर होती रही हैं।

असली गौ सेवा है बेसहारा गायों की देखभाल- निर्मल चौधरी 

चौधरी ने गौ-भक्ति के नाम पर हिंसा करने वालों पर तंज कसते हुए कहा कि असली सेवा बेसहारा गायों और गौवंश की देखभाल करना है। उन्होंने कहा, “यदि सच में गौ सेवा करनी है तो भूख-प्यास और पॉलिथीन खाकर मरने वाली गायों की चिंता करो, किसानों को मेलों में परेशान करना सेवा नहीं बल्कि दिखावा है।”

पशु मेले सांस्कृतिक धरोहर

निर्मल चौधरी ने कहा कि पशु मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं। ये न केवल किसानों और पशुपालकों को आर्थिक लाभ पहुंचाते हैं, बल्कि ग्रामीण संस्कृति को भी सशक्त करते हैं। ऐसे मेलों की सुरक्षा और संरक्षण सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी है।

मुख्यमंत्री से सीधा सवाल

उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विधानसभा में दिए उस बयान का भी उल्लेख किया, जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि वे खुद परबतसर पशु मेले से बैल लेकर आए थे। चौधरी ने पूछा कि “यदि मुख्यमंत्री जी मेले की अहमियत जानते हैं तो किसानों और पशुपालकों की समस्याओं का हल क्यों नहीं कर रहे?”

सरकार से मांग

निर्मल चौधरी ने कहा कि सरकार किसानों और पशुपालकों की समस्याओं को गंभीरता से ले और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करे। साथ ही, असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई हो ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।


Content Editor

Chandra Prakash

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