राजस्थान के फोन टैपिंग मामले में जांच करने जयपुर आ सकती है क्राइम ब्रांच, बढ़ेगी गहलोत के पूर्व OSD लोकेश शर्मा की मुश्किलें
Wednesday, Nov 27, 2024-01:09 PM (IST)
राजस्थान के बहुचर्चित फोन टैपिंग मामले की जांच अब तेजी से होने लगी है। दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा की गिरफ्तारी के बाद अब क्राइम ब्रांच की एक टीम के जयपुर आने की सूचना है। हालांकि, लोकेश शर्मा को अग्रिम जमानत मिल जाने के बाद उन्हें तुरंत राहत तो मिल गई, मगर क्राइम ब्रांच की पूछताछ में उन्होंने जो साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं, उनकी जांच अभी जारी है। संभावना जताई जा रही है कि लोकेश शर्मा के बयानों की पुष्टि और उनके द्वारा दिए गए साक्ष्यों की जांच के लिए क्राइम ब्रांच की टीम जल्द ही जयपुर आ सकती है। लोकेश शर्मा के बयानों के आधार पर ही अब इस मामले की जांच में आगे की दिशा तय की जाएगी।
सत्ता परिवर्तन के बाद शर्मा ने बदल दिया था बयान
लोकेश शर्मा ने इस पूरे मामले में शुरूआत में क्राइम ब्रांच को बताया था कि उन्हें सोशल मीडिया से ऑडियो क्लिप प्राप्त हुई थी। लेकिन राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के बाद उन्होंने अपना बयान बदल लिया। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद लोकेश शर्मा ने क्राइम ब्रांच को बताया कि ये ऑडियो उन्हें उस समय के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिए थे और उन्होंने केवल ओएसडी के रूप में उनके इन निर्देशों का पालन किया था। लोकेश शर्मा ने दावा यह भी किया कि जो ऑडियो, पेन ड्राइव और लैपटॉप उन्होंने क्राइम ब्रांच को सौंपे हैं, उनमें किसी प्रकार की छेड़छाड़ या एडिटिंग नहीं की गई है। इन साक्ष्यों की जांच के लिए एफएसएल परीक्षण कराया जा रहा है। जांच के बाद ही पूरे मामले की दिशा स्पष्ट होगी।
जमानत पर रोक की याचिका वापस ली
मार्च 2021 में, दिल्ली पुलिस ने गजेंद्र सिंह शेखावत की शिकायत पर लोकेश शर्मा के खिलाफ आपराधिक साजिश, विश्वासघात और फोन टैपिंग के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की थी। हाल ही में लोकेश शर्मा ने हाई कोर्ट से अपनी याचिका वापस ले ली थी, जिसमें उन्होंने एफआईआर निरस्त करने की मांग की थी। लोकेश शर्मा ने कहा कि 25 सितंबर को पूछताछ के दौरान उन्होंने दिल्ली पुलिस को अपना बयान दिया था और संबंधित साक्ष्य भी सौंप दिए थे।