ये तीन नदियां बनी जहर का नाला! राजस्थान में 20 लाख लोगों पर आया संकट
Sunday, Nov 23, 2025-04:22 PM (IST)
जयपुर। राजस्थान में तीन प्रमुख नदियों को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है और यह खुलासा किसी और ने नहीं बल्कि खुद सुप्रीम कोर्ट ने किया है। इन तीन नदियों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जोजरी, बांडी और लूनी को औद्योगिक कचरे और सीवेज के नालों में बदला जा रहा है। जिसको लेकर राजस्थान सरकार की दशकों की एडमिनिस्ट्रेटिव लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताई है। कोर्ट ने कहा कि इस अनदेखी ने जोधपुर, पाली और बाड़मेर जिलों के 20 लाख से ज्यादा लोगों की जान खतरे में डाल दी है।
जस्टिस विक्रम नाथ और संदीप मेहता की बेंच ने यह ऐतिहासिक कदम एक डॉक्यूमेंट्री 2 मिलियन जानें खतरे में...' का संज्ञान लेने के बाद उठाया, जिसमें इन नदियों में फैले बड़े पैमाने पर गंदगी और गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों का खुलासा किया गया था। कोर्ट ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के 2022 के सख्त क्लीन-अप आदेशों पर लगी रोक को हटाते हुए उन्हें तुरंत फिर से लागू करने का निर्देश दिया है।
नदी सफाई प्रयासों की निगरानी के लिए, सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस संगीत लोढ़ा की अध्यक्षता में एक हाई-लेवल इकोसिस्टम ओवरसाइट कमेटी का गठन किया है। कोर्ट ने इस बात पर नाराजगी जताई कि NGT के 2022 के आदेश को राज्य की औद्योगिक एजेंसियों ने गलत तरीके से 'इनएक्टिव रहने का लाइसेंस' मान लिया था।
बेंच ने कहा कि सरकार की नवीनतम रिपोर्ट में भी कोर्ट के दखल के बाद ही सुधारात्मक कार्रवाई दिखाई दी। कोर्ट ने कहा कि सिर्फ अचानक न्यायिक दखल से शुरू हुई एडमिनिस्ट्रेटिव एक्टिविटी की देर से हुई तेजी, रेगुलेटरी उदासीनता और इंस्टीट्यूशनल लापरवाही के लंबे समय को दिखाती है।
