उदयपुर की उदयसागर झील लबालब, विधायक फूल सिंह मीणा ने विधिपूर्वक किया पूजन

Monday, Jul 28, 2025-01:14 PM (IST)

उदयपुर की उदयसागर झील लबालब, पूजा अर्चना के साथ गेट खोलकर शुरू की गई जल निकासी
विधायक फूल सिंह मीणा ने विधिपूर्वक किया पूजन, जल संसाधन विभाग ने डाउनस्ट्रीम के लोगों को किया सतर्क


बारिश की लगातार बौछारों और स्वरूपसागर झील से आ रही जलधारा के कारण झीलों की नगरी उदयपुर स्थित ऐतिहासिक उदयसागर झील रविवार को पूरी तरह लबालब हो गई। जलस्तर अधिकतम सीमा पर पहुंचते ही प्रशासन ने सुरक्षा उपायों को अमल में लाते हुए दोपहर 3:40 बजे झील के गेट 3 इंच तक खोल दिए, जिससे लगभग 70.01 क्यूसेक पानी की नियंत्रित निकासी प्रारंभ की गई।

इस विशेष अवसर पर उदयपुर ग्रामीण विधायक श्री फूल सिंह मीणा ने विधिवत वैदिक पूजन के साथ झील के गेट खोले। स्थानीय परंपरा के अनुसार, झील का जलप्रवाह प्रारंभ करने से पहले पूजा करना एक शुभ व सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण प्रक्रिया मानी जाती है।


जलस्तर पहुंचा 22 फीट, झील पूर्ण क्षमता पर

जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता महेश चौधरी और एसई मनोज जैन ने जानकारी दी कि लगातार बारिश के चलते उदयसागर झील का जलस्तर लगभग 22 फीट तक पहुंच गया है, जो कि झील की प्राकृतिक भरण क्षमता के लगभग बराबर है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए झील के गेट खोलने का निर्णय लिया गया ताकि अतिरिक्त जल का प्रबंधन और बहाव सुरक्षित रूप से किया जा सके।


सतर्कता की अपील, डाउनस्ट्रीम क्षेत्र में एडवाइजरी जारी

जल संसाधन विभाग ने उदयसागर झील से निकलने वाले पानी के प्रभाव क्षेत्रों यानी डाउनस्ट्रीम इलाकों के निवासियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। अधिकारियों ने अपील की है कि लोग बहाव वाले क्षेत्रों, जलमग्न रास्तों, रपटों या जलभराव वाली जगहों पर जाने से परहेज करें। विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों को इन इलाकों में न भेजने की हिदायत दी गई है।


स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी रहे मौजूद

झील के गेट खोले जाने की प्रक्रिया को देखने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी एवं जल संसाधन विभाग की टीम मौके पर मौजूद रही। गेट खोलने की क्रिया एक उत्सव सरीखा दृश्य बन गई, जहां लोग वीडियो और तस्वीरें लेकर इस ऐतिहासिक पल को संजोते नजर आए।


बारिश से झीलों की नगरी में फिर लौटी रौनक

लगातार हो रही मानसूनी बारिश से न केवल उदयसागर, बल्कि फतेहसागर, स्वरूपसागर और पिचोला जैसी अन्य प्रमुख झीलों में भी जलस्तर में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। इससे न केवल जलापूर्ति और कृषि को राहत मिलेगी, बल्कि पर्यटन क्षेत्र को भी सकारात्मक प्रभाव मिलेगा।


उदयपुर की जीवनरेखा कही जाने वाली उदयसागर झील का लबालब होना एक प्राकृतिक संतुलन का प्रतीक है। हालांकि यह सुंदर दृश्यता और उत्सव का कारण बनता है, पर साथ ही प्रशासनिक सतर्कता और नागरिक सहयोग भी उतना ही आवश्यक है। जल संसाधन विभाग और जनप्रतिनिधियों की तत्परता ने यह सुनिश्चित किया है कि जल निकासी सुरक्षित ढंग से हो और जनता सतर्क रहे।


Content Editor

Shruti Jha

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News