राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत और कुछ विधायक पहुंचे उदयपुर
6/05/2022 3:04:30 PM
जयपुर, पांच जून (भाषा) राजस्थान में पार्टी और सरकार से नाराज बताए जा रहे कांग्रेस के कुछ विधायक रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ उदयपुर में पार्टी के ''कैंप'' में पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के तीनों उम्मीदवार जीतेंगे। वहीं विधानसभा में सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग) की आशंका जताते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में शिकायत की है। उन्होंने ब्यूरो से ऐसी किसी भी स्थिति को नाकाम करने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री गहलोत के साथ विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा, गिर्राज सिंह मलिंगा तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से कांग्रेस में आए राजेंद्र गुढ़ा, संदीप यादव, वाजिब अली व लाखन मीणा विशेष विमान से उदयपुर पहुंचे। गहलोत ने ट्वीटर पर इसकी तस्वीर साझा की। एक अन्य विमान से मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, सुभाष गर्ग तथा विधायक दानिश अबरार भी उदयपुर पहुंचे।
गहलोत ने उदयपुर के डबोक हवाईअड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नाराजगी जताने वाले विधायकों ने 2020 के राजनीतिक संकट के दौरान कांग्रेस का समर्थन किया था ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) यह उम्मीद भी कैसे कर सकती है कि वे उसका समर्थन करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘जब पहले राजनीतिक संकट हुआ था, बसपा के टिकट पर जीतने वाले विधायक बिना किसी शर्त के राज्य में स्थिर सरकार देने के लिए कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उन्होंने हमारा समर्थन किया था। भाजपा कैसे उम्मीद कर सकती है कि अब वे राज्यसभा चुनाव में उनका समर्थन करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि हर विधायक की अपनी समस्या होती है, इन विधायकों में छोटी-मोटी नाराजगी थी और अब वे साथ आ गए हैं।
गहलोत ने कहा, ‘‘हम एकजुट हैं और हम राज्यसभा चुनाव में तीन सीटें जीतेंगे। हमने पहले भी भाजपा के खरीद-फरोख्त के प्रयास को विफल किया है और इस बार भी उनके प्रयास विफल रहेंगे।’’ उल्लेखनीय है कि पार्टी व सरकार से नाराज बताए जा रहे विधायक मलिंगा, बैरवा, गुढ़ा, यादव, वाजिब अली व लाखन मीणा ने शनिवार देर रात मुख्यमंत्री निवास में गहलोत से मुलाकात की थी। पार्टी सूत्रों ने बताया कि गहलोत ने इन विधायकों की नाराजगी को लेकर उनसे बात की व उनसे जुड़े मामलों पर चर्चा हुई, इसके बाद गिले शिकवे दूर हो गए।
वहीं सिरोही से निर्दलीय विधायक व मुख्यमंत्री गहलोत के सलाहकार संयम लोढ़ा ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि वह छह जून को उदयपुर पहुंचेंगे। लोढ़ा ने कैंप में न पहुंचने को लेकर लग रही अटकलों की ओर इशारा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सिरोही को विकास की अनगिनत सौगातें दी हैं। बच्चा बच्चा आभारी है। गहलोत से अनुमति लेकर अति आवश्यक कार्यों हेतू सिरोही में हूं। छह जून को उदयपुर पहुंचूंगा।’’ कांग्रेस और उसके समर्थक कई निर्दलीय विधायक उदयपुर में ठहरे हुए हैं। कांग्रेस ने 10 जून को चार सीटों पर होने वाले राज्यसभा चुनाव को देखते हुए अपने विधायकों को उदयपुर स्थानांतरित किया है।
कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला, और प्रमोद तिवारी को उतारा है जबकि भाजपा ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने मीडिया कारोबारी और निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा को समर्थन दिया है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के तीनों उम्मीदवार जीतेंगे। वहीं विधानसभा में सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग) की आशंका जताते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में शिकायत की है। उन्होंने ब्यूरो से ऐसी किसी भी स्थिति को नाकाम करने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री गहलोत के साथ विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा, गिर्राज सिंह मलिंगा तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से कांग्रेस में आए राजेंद्र गुढ़ा, संदीप यादव, वाजिब अली व लाखन मीणा विशेष विमान से उदयपुर पहुंचे। गहलोत ने ट्वीटर पर इसकी तस्वीर साझा की। एक अन्य विमान से मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, सुभाष गर्ग तथा विधायक दानिश अबरार भी उदयपुर पहुंचे।
गहलोत ने उदयपुर के डबोक हवाईअड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नाराजगी जताने वाले विधायकों ने 2020 के राजनीतिक संकट के दौरान कांग्रेस का समर्थन किया था ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) यह उम्मीद भी कैसे कर सकती है कि वे उसका समर्थन करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘जब पहले राजनीतिक संकट हुआ था, बसपा के टिकट पर जीतने वाले विधायक बिना किसी शर्त के राज्य में स्थिर सरकार देने के लिए कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उन्होंने हमारा समर्थन किया था। भाजपा कैसे उम्मीद कर सकती है कि अब वे राज्यसभा चुनाव में उनका समर्थन करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि हर विधायक की अपनी समस्या होती है, इन विधायकों में छोटी-मोटी नाराजगी थी और अब वे साथ आ गए हैं।
गहलोत ने कहा, ‘‘हम एकजुट हैं और हम राज्यसभा चुनाव में तीन सीटें जीतेंगे। हमने पहले भी भाजपा के खरीद-फरोख्त के प्रयास को विफल किया है और इस बार भी उनके प्रयास विफल रहेंगे।’’ उल्लेखनीय है कि पार्टी व सरकार से नाराज बताए जा रहे विधायक मलिंगा, बैरवा, गुढ़ा, यादव, वाजिब अली व लाखन मीणा ने शनिवार देर रात मुख्यमंत्री निवास में गहलोत से मुलाकात की थी। पार्टी सूत्रों ने बताया कि गहलोत ने इन विधायकों की नाराजगी को लेकर उनसे बात की व उनसे जुड़े मामलों पर चर्चा हुई, इसके बाद गिले शिकवे दूर हो गए।
वहीं सिरोही से निर्दलीय विधायक व मुख्यमंत्री गहलोत के सलाहकार संयम लोढ़ा ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि वह छह जून को उदयपुर पहुंचेंगे। लोढ़ा ने कैंप में न पहुंचने को लेकर लग रही अटकलों की ओर इशारा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सिरोही को विकास की अनगिनत सौगातें दी हैं। बच्चा बच्चा आभारी है। गहलोत से अनुमति लेकर अति आवश्यक कार्यों हेतू सिरोही में हूं। छह जून को उदयपुर पहुंचूंगा।’’ कांग्रेस और उसके समर्थक कई निर्दलीय विधायक उदयपुर में ठहरे हुए हैं। कांग्रेस ने 10 जून को चार सीटों पर होने वाले राज्यसभा चुनाव को देखते हुए अपने विधायकों को उदयपुर स्थानांतरित किया है।
कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला, और प्रमोद तिवारी को उतारा है जबकि भाजपा ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने मीडिया कारोबारी और निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा को समर्थन दिया है।
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