मुख्यमंत्री गहलोत से मिले वाल्मीकि के रिश्तेदार
Friday, Oct 22, 2021-01:59 PM (IST)
जयपुर, 22 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के आगरा में पुलिस हिरासत में मौत के मामले में, मृतक अरुण वाल्मीकि के राजस्थान में रहने वाले पांच रिश्तेदारों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की और सुरक्षा की मांग की। परिजनों का आरोप है कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें शनिवार रात भरतपुर से उठा लिया और चार दिन तक प्रताड़ित किया।
भरतपुर से विधायक (राष्ट्रीय लोक दल) और तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग ने यहां मुख्यमंत्री गहलोत के जोधपुर रवाना होने से पहले पीड़ितों की उनके साथ बैठक की व्यवस्था करवाई।
अरूण वाल्मीकि की पत्नी भरतपुर से ताल्लुक रखती हैं और उनके परिवार के सदस्यों को उत्तर प्रदेश पुलिस अरूण की गिरफ्तारी का दबाव बनाने के लिए अपने साथ लेकर गई थी। अरूण की मंगलवार 19 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी।
मंत्री गर्ग ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश की पुलिस उन्हें लेकर गई और हिरासत में परेशान किया। अरुण का साला तो ठीक से चल भी नहीं पा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज उनकी बात सुनी और भरतपुर के पुलिस अधीक्षक से बात की। मुख्यमंत्री ने उन्हें हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने उत्तर प्रदेश के आगरा में अरुण वाल्मीकि के परिवार से मुलाकात की है और कांग्रेस पार्टी पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है।
अरुण वाल्मीक सफाई कर्मचारी था, जिस पर आगरा के एक थाने के मालखाने से 25 लाख रुपये की चोरी का आरोप लगाया गया था। उनके पांच रिश्तेदारों में से एक ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम शनिवार रात अरुण की तलाश में भरतपुर स्थित उनके घर आई थी। रिश्तेदार के अनुसार, ‘‘हमें उसके ठिकाने की जानकारी नहीं थी। पुलिस हमें अपने साथ ले गई और चार दिन तक वहीं रखा। उन्होंने हमें पीटा, अरुण के पकड़े जाने पर भी पैसे की मांग की।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने मुख्यमंत्री गहलोत को अपनी आपबीती सुनाई और उन्होंने हमें चिंता न करने के लिए कहा। उन्होंने हमें सुरक्षा का आश्वासन दिया है।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
भरतपुर से विधायक (राष्ट्रीय लोक दल) और तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग ने यहां मुख्यमंत्री गहलोत के जोधपुर रवाना होने से पहले पीड़ितों की उनके साथ बैठक की व्यवस्था करवाई।
अरूण वाल्मीकि की पत्नी भरतपुर से ताल्लुक रखती हैं और उनके परिवार के सदस्यों को उत्तर प्रदेश पुलिस अरूण की गिरफ्तारी का दबाव बनाने के लिए अपने साथ लेकर गई थी। अरूण की मंगलवार 19 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी।
मंत्री गर्ग ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश की पुलिस उन्हें लेकर गई और हिरासत में परेशान किया। अरुण का साला तो ठीक से चल भी नहीं पा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज उनकी बात सुनी और भरतपुर के पुलिस अधीक्षक से बात की। मुख्यमंत्री ने उन्हें हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने उत्तर प्रदेश के आगरा में अरुण वाल्मीकि के परिवार से मुलाकात की है और कांग्रेस पार्टी पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है।
अरुण वाल्मीक सफाई कर्मचारी था, जिस पर आगरा के एक थाने के मालखाने से 25 लाख रुपये की चोरी का आरोप लगाया गया था। उनके पांच रिश्तेदारों में से एक ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम शनिवार रात अरुण की तलाश में भरतपुर स्थित उनके घर आई थी। रिश्तेदार के अनुसार, ‘‘हमें उसके ठिकाने की जानकारी नहीं थी। पुलिस हमें अपने साथ ले गई और चार दिन तक वहीं रखा। उन्होंने हमें पीटा, अरुण के पकड़े जाने पर भी पैसे की मांग की।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने मुख्यमंत्री गहलोत को अपनी आपबीती सुनाई और उन्होंने हमें चिंता न करने के लिए कहा। उन्होंने हमें सुरक्षा का आश्वासन दिया है।’’
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