राजस्थान में “संविधान बचाओ रैली” में कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा
Saturday, Jul 19, 2025-07:19 PM (IST)

जयपुर। अलवर में आयोजित “संविधान बचाओ रैली” में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, AICC महासचिव जितेन्द्र सिंह, राजस्थान प्रभारी सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और दर्जनों सांसद‑विधायक, उम्मीदवार व वरिष्ठ नेता-मंत्री शामिल रहे। रैली का उद्देश्य 1971 का संविधान तथा लोकतांत्रिक मूल्य बचाए रखने का संदेश देना था, लेकिन मुख्य रूप से केंद्र और राज्य सरकारों की नीतियों पर भड़ास निकाली गई।
मुख्य टिप्पणियाँ
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डोटासरा ने कहा कि अलवर में विधानसभा व लोकसभा दोनों चुनावों में कांग्रेस की मजबूत कामयाबी दिखी। जबकि भाजपा पर “भ्रष्टाचार, महंगाई, किसान विरोधी कानून और संवैधानिक संस्थाओं के दुरूपयोग” का आरोप लगाया।
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जितेन्द्र सिंह ने याद दिलाया कि स्वाधीनता आंदोलन और संवैधान निर्माण में अलवर की अहम भूमिका रही, जबकि भाजपा का योगदान “शून्य” है।
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टीकाराम जूली ने संविधान को देश की रीढ़ बताते हुए कहा कि भाजपा “400 पार” के दावे भूलकर अब संविधान बदलने पर चुप है।
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रंधावा ने कहा कि आरएसएस‑भाजपा “मतदाता सूची में छेड़‑छाड़” कर लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं।
रैली के प्रमुख बिंदु
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सरिस्का विवाद: डोटासरा ने सरिस्का टाइगर रिज़र्व में सीमा‑सरकाने व खनन माफिया के घोटालों का जिक्र किया।
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शिक्षा व रोजगार: बचे–खुचे सरकारी स्कूल बंद, 1.25 लाख शिक्षक पद खाली; बेरोज़गारी बढ़ी।
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किसान आंदोलन: 2020 के काले कृषि कानून वापस भी मजबूरी में हुए, किसानों को “खून के आंसू” रोने पड़े।
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विदेश नीति: अमेरिका‑पाकिस्तान पर चुप्पी और “ट्रम्प ऑपरेशन सिंदूर” वाले विवादों में सरकार को घेरा।
रैली में रामधुन, सर्वधर्म प्रार्थना और संविधान बचाओ नारों से “संप्रदायिक सौहार्द” का भी संदेश दिया गया।