फोन टैपिंग पर अशोक गहलोत का बड़ा बयान, कहा- जैसे मैंने बोला वही ही भजनलाल जवाब दें
Thursday, Feb 13, 2025-03:45 PM (IST)
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राजस्थान के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा द्वारा फोन टैपिंग के आरोप पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रतिक्रिया दी है। गहलोत ने कहा, "मेरी सरकार में भी फोन टैपिंग के आरोप लगे थे, और विपक्ष ने इस्तीफा तक की मांग की थी। मैंने खुद सार्वजनिक रूप से यह कहा था कि किसी भी सांसद या विधायक का फोन न तो टैप हुआ है, न हो रहा है और न ही कभी होगा। भजनलाल जो कि सदन के नेता, मुख्यमंत्री और गृहमंत्री हैं, उन्होंने इस पर स्पष्ट बयान क्यों नहीं दिया? क्यों उन्होंने यह नहीं कहा कि किसी का फोन टैप नहीं हुआ है?"
गहलोत ने आगे कहा, "राजस्थान में फोन टैपिंग की कोई परंपरा नहीं रही है। यह कानून के खिलाफ है। केवल उन लोगों के फोन टैप किए जाते हैं, जिन पर राजद्रोह जैसे गंभीर आरोप होते हैं। इसके लिए अधिकारियों को मंत्री से अनुमति लेनी होती है। अगर इस मामले में फोन टैपिंग की गई, तो सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह इस पर स्थिति स्पष्ट करे। मंत्री जवाहर सिंह बाहर बयान दे रहे हैं, जबकि उन्हें सदन में यह मुद्दा उठाना चाहिए था। इसका जवाब मुख्यमंत्री को देना चाहिए।"
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, "सत्ता पक्ष को सदन में शांति बनाए रखने का काम करना चाहिए, न कि उसे डिस्टर्ब करने का। लोगों के मुद्दों को सदन में लाना चाहिए था। मुख्यमंत्री ने दो घंटे का भाषण दिया, लेकिन उन्होंने एक शब्द भी नहीं कहा कि किरोड़ी लाल मीणा द्वारा लगाए गए आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया दें। मुख्यमंत्री वही कहते हैं जो दिल्ली से पर्ची आती है।"
डोटासरा ने यह भी कहा, "मुख्यमंत्री अपने विजन पर एक शब्द भी नहीं बोल सकते। अब यह सबको पता चल गया है कि सरकार पर्ची से चलती है। विधायक या सांसद अगर सरकार की आलोचना करते हैं, तो उन्हें डराया-धमकाया जाता है और उनके घर पर आयकर या जीएसटी अधिकारियों को भेजा जाता है। यह भी अंग्रेजों के शासन में नहीं हुआ था।"