प्रतापगढ़ पुलिस की बड़ी सफलता: 50 लाख की एमडी ड्रग्स जब्त, जंगल में पकड़ी गई फैक्ट्री
Monday, Aug 04, 2025-06:54 PM (IST)

जयपुर 04 अगस्त। प्रतापगढ़ पुलिस ने नशा तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। पुलिस ने 50 लाख से अधिक कीमत की एमडी (मेफेड्रोन) ड्रग्स और इसे बनाने में इस्तेमाल होने वाला 'टांका' नामक पदार्थ जब्त किया है। इस कार्रवाई के दौरान तीन तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने तस्करों की निशानदेही पर अरनोद-सुहागपुरा के जंगलों में एक गुप्त एमडी फैक्ट्री का भी पर्दाफाश किया है, जहाँ से केमिकल और अन्य उपकरण बरामद किए गए हैं। यह प्रतापगढ़ में एनडीपीएस एक्ट की धारा 30 के तहत साल की पहली बड़ी कार्रवाई है।
जिला पुलिस अधीक्षक बी. आदित्य के निर्देश पर सोमवार को थानाधिकारी दीपक कुमार के नेतृत्व में एक टीम गश्त कर रही थी। जीरो माइल चौराहे के पास वन विभाग के क्वार्टरों के सामने तीन संदिग्ध व्यक्ति खड़े थे। पुलिस की गाड़ी देखकर वे भागने लगे, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर एक व्यक्ति ओमकार सिंह को मौके पर ही पकड़ लिया। उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से 213 ग्राम एमडी और 332 ग्राम एमडी में मिलाने वाला टांका मिला।
जंगल में छिपा था एमडी बनाने का ठिकाना
पूछताछ के दौरान ओमकार ने बताया कि उसके दो साथी श्यामलाल मीणा और रमेश मीणा भाग गए हैं। पुलिस टीम ने उनका पीछा कर उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में से रमेश मीणा ने पूछताछ में अहम खुलासे किए। उसने बताया कि वह पिछले कई सालों से जमशेद खान निवासी देवल्दी नामक एक व्यक्ति के लिए काम करता था, जिसके खिलाफ भी पहले से एनडीपीएस के मामले दर्ज हैं। रमेश के सहयोग से जमशेद ने एमडी बनाने के लिए अरनोद-सुहागपुरा के घने जंगलों में एक सुनसान जगह तलाश की थी।
भारी मात्रा में केमिकल और उपकरण बरामद
रमेश की निशानदेही पर पुलिस टीम ने जंगल में उस ठिकाने पर छापा मारा। वहाँ से भारी मात्रा में एमडी बनाने में इस्तेमाल होने वाले केमिकल जैसे सोडियम कार्बोक्सी मिथाइल सेल्यूलोज, हाइड्रोक्लोरिक एसिड और डाइक्लोरो मीथेन के जार और कंटेनर बरामद किए गए। बरामद की गई एमडी ड्रग और टांका श्यामलाल के पास ओंमकार सिंह और रमेश मीणा सैंपल के तौर पर लेकर आए थे। यदि यह डील सफल हो जाती तो वे इसी जंगल में केमिकल की मदद से एमडी की एक बड़ी खेप तैयार करने वाले थे।
गिरफ्तार अभियुक्तो की पहचान ओमकार सिंह (31) पुत्र चंदन सिंह निवासी पेमावतों का बास, सादड़ी जिला पाली, श्यामलाल मीणा पुत्र लालू राम निवासी खोरा थाना अरनोद और रमेश मीणा पुत्र मोखिया निवासी हामाखोरा, थाना सुहागपुरा के रूप में की गई। इस ऑपरेशन को सफल बनाने में थानाधिकारी दीपक बंजारा, उप निरीक्षक दीपक कुमार, हेड कांस्टेबल राहुल, हेड कांस्टेबल दुर्गाप्रसाद, मुकेश कुमार, कांस्टेबल मानसिंह, कृष्णपाल सिंह, रमेश, नरेंद्र सिंह, मुकेश कुमार, गोविंद और शंभुलाल ने अहम भूमिका निभाई।
पुलिस फिलहाल इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है और मामले की गहनता से जांच कर रही है।