जैसलमेर कलेक्टर के खिलाफ RAS एसोसिएशन ने खोला मोर्चा
Saturday, May 17, 2025-10:46 AM (IST)

जैसलमेर | पोकरण के पूर्व SDM प्रभजोत सिंह गिल व जैसलमेर कलेक्टर प्रतापसिंह के बीच उपजा विवाद थमने की बजाय दिन ब दिन सुलगता जा रहा हैं। कलेक्टर द्वारा अभद्रता व एक तरफा कार्यवाही करने का आरोप लगाने के बाद अब RAS एसोसिएशन के साथ साथ स्थानीय सांसद उम्मेंदराम बेनीवाल व पोकरण के पूर्व विधायक व पूर्व केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद गिल के साथ मैदान में उतर गए है। SDM गिल द्वारा कार्मिक विभाग के प्रमुख शासन सचिव को कलेक्टर प्रतापसिंह के शिकायती पत्र के बाद राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद लामबंद हो गया है। राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष महावीर खराड़ी व महासचिव नीतू राजेश्वर ने सीएम को पत्र लिखकर आईएएस प्रतापसिंह पर कार्रवाई की मांग की है।सीएम को लिखे पत्र में राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद ने लिखा है कि जैसलमेर कलेक्टर प्रतापसिंह का रवैया प्रभजोतसिंह गिल के खिलाफ शुरू से ही नकारात्मक रहा है। 27 अप्रैल को कलेक्टर ने फोन करके प्रभजोतसिंह गिल को जैसलमेर बुलाया और अपने चेंबर में गिल पर दबाव बनाते हुए दो मामलों में विशेष तौर पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। अभद्रता कर धमकी भी दी।सीएम को लिखे पत्र में बताया कि पूर्व में भी कलेक्टर प्रतापसिंह द्वारा 3 अप्रैल को कलेक्ट्रेट सभागार में नाचना उपनिवेशन उपायुक्त मुकेश कुमार मीणा को भी 'तुम्हे किसने आरएएस अधिकारी बना दिया, तुम आरएएस लायक नहीं हो' कहकर अभद्र व्यवहार किया गया। राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद ने इस संबंध में आईएएस प्रतापसिंह को तत्काल ही जैसलमेर कलेक्टर के पद से पदच्युत करते हुए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की। कार्रवाई नहीं करने की स्थिति में सभी आरएएस अधिकारियों के हड़ताल पर जाने की बात कही है। सीएम को लिखे पत्र में बताया कि राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद यह नहीं चाहती कि वर्तमान समय में देश में चल रहे युद्ध पूर्ण माहौल में राजकार्य का विरोध किया जाएं। लेकिन यदि आईएएस प्रतापसिंह के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो लोकतंत्र की गरिमा को बनाए रखने तथा आत्मसम्मान को बचाने के लिए न चाहते हुए भी राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद के तत्वावधान में सभी आरएएस अधिकारियों द्वारा कार्य का बहिष्कार किया जाएगा। उपखंड अधिकारी द्वारा कलेक्टर पर लगाए गए आरोपों पर बाड़मेर-जैसलमेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने भी चिंता जताई है। सांसद ने बताया कि पोकरण के निवर्तमान एसडीएम प्रभजोतसिंह गिल द्वारा जैसलमेर कलेक्टर पर लगाए गए गंभीर आरोप अत्यंत चिंता जनक हैं। पत्र में उन्होंने स्पष्ट किया है कि कलेक्टर द्वारा कंपनियों के पक्ष में काम करने और किसानों की जमीनों को बगैर मुआवजा दिए अवाप्ति करने का दबाव बनाया गया। यह प्रशासनिक मर्यादाओं का उल्लंघन है। कलेक्टर की कार्यशैली ठीक नहीं हैं। वहीं पोकरण उपखंड अधिकारी प्रभजोतसिंह गिल द्वारा कलेक्टर पर लगाए गए आरोपों के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद ने भी इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पूर्व कैबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद ने कहा कि एक उपखंड अधिकारी अगर जिले के शीर्ष अधिकारी पर ऐसे आरोप लगाता है तो यह बहुत गंभीर बात है। आरोप लगने के बाद सरकार व प्रशासन चुप है। पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पोकरण भ्रष्टाचार में पूरी तरह से लिप्त हो चुका है।