जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर फंसा पेंच! अब हाईकोर्ट ने छपवाया ऐसा नोटिस
Friday, Oct 31, 2025-04:57 PM (IST)
जयपुर। लोकसभा चुनाव हुए डेढ़ साल होने वाले हैं, लेकिन कई सीटों पर हार-जीत का विवाद चल रहा है और यह मामला कोर्ट-कचहरी तक पहुंचा हुआ है. ऐसी एक सीट है जयपुर रूरल लोकसभा सीट जहां 2024 के चुनाव में बीजेपी के राव राजेंद्र सिंह की जीत हुई थी. कांग्रेस के अनिल चोपड़ा 1615 वोटों से हारे थे. जिसके बाद अब राजस्थान हाईकोर्ट ने नोटिस जारी किया जिसमें राव राजेंद्र सिंह को हाजिर होने के लिए कहा गया है.
आपको बता दें कि अनिल चोपड़ा ने चुनाव में धांधली की शिकायत करते हुए राजस्थान हाईकोर्ट की जयपुर बेंच में केस किया था. अब इस मामले में हाईकोर्ट ने पेपर में नोटिस छपवाकर बीजेपी सांसद राव राजेंद्र सिंह को एक नवंबर को कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया है. इससे पहले भी कोर्ट ने दो-दो बार राव राजेंद्र को कोर्ट में आने के लिए नोटिस दिया था, लेकिन न तो राव राजेंद्र आए, न नोटिस का जवाब दिया. अब हाईकोर्ट ने कड़ा एक्शन लिया है.
राहुल गांधी के वोट चोरी के खुलासे के बाद देश भर में कांग्रेस उन सीटों को छांट रही है जहां कम मार्जिन से हार-जीत हुई. जहां शक हुआ कि चुनाव आयोग के खेल करने से बीजेपी की मामूली अंतर से जीत हुई. जयपुर रूरल सीट पर धांधली पहले ही पकड़ ली गई थी और उसका केस भी हाईकोर्ट में दायर हुआ था. लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार राव राजेंद्र सिंह की जीत को चुनौती दी गई है. हाईकोर्ट में ये केस लोकसभा चुनाव के बाद से चल रहा है.
कोर्ट ने राव राजेंद्र सिंह, चुनाव आयोग को नोटिस दिया था लेकिन राव राजेंद्र सिंह ने नोटिस का जवाब तक नहीं दिया. अगस्त में कोर्ट कोर्ट ने आदेश दिया था कि नोटिस सांसद के घर की दीवार पर चिपकाया जाए. अब पेपर पब्लिकेशन के जरिए नोटिस तामील कराने का नया आदेश दिया है. हाईकोर्ट ने एक नवंबर को एक बार फिर बीजेपी सांसद राव राजेंद्र सिंह को तलब किया है.
जयपुर रूरल सीट पर कांग्रेस के अनिल चोपड़ा 1615 वोटों से हारे थे. उन्हें 6 लाख 16 हजार 262 वोट मिले थे. बीजेपी के राव राजेंद्र सिंह 6 लाख 17 हजार 877 वोट पाकर 1615 वोटों से विजयी घोषित हुए थे. दिसंबर की टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक विवाद ये हुआ कि जिस चुनाव में 1615 वोटों से हार-जीत का फैसला हुआ उसमें 2 हजार 738 पोस्टल बैलेट को खारिज करके चुनाव आयोग ने काउंटिंग ही नहीं की थी.
आपको बता दें कि 4 जून को नतीजे वाले दिन ही अनिल चोपड़ा ने रीकाउंटिंग की मांग की, लेकिन उसे चुनाव आयोग के रिटर्निंग अफसर ने अनसुना कर दिया. अनिल चोपड़ा ने दावा किया कि चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक खारिज किए गए बैलेट पेपर उम्मीदवारों को दिखाए जाते हैं लेकिन इस नियम का पालन नहीं किया गया. इसी सबको सबूत बनाकर कांग्रेस उम्मीदवार अनिल चोपड़ा ने राजस्थान हाईकोर्ट में केस दायर किया. पहले दिन से रीकाउंटिंग की मांग कर रहे अनिल चोपड़ा ने कोर्ट से भी रीकाउंटिंग की मांग की है जिस पर फैसला आना बाकी है. अगर रीकाउंटिंग का आदेश आ गया तो राव राजेंद्र सिंह के लिए मुश्किल थोड़ी नहीं बहुत बड़ी हो सकती है.
कांग्रेस पार्टी की ओर से दावा किया गया है कि जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट के 8 विधानसभा सेगमेंट में से 7 सीटों पर अनिल चोपड़ा को लीड थी. अकेले झोटवाड़ा में राव राजेंद्र को 80 हजार 744 वोटों की लीड मिल गई. यहीं विवाद और शक शुरू हुआ कि अकेले एक विधानसभा सेगमेंट में इतनी बड़ी लीड कैसे हासिल हो सकती है. अनिल चोपड़ा की 7 सीटों पर लीड राव राजेंद्र की एक सीट की लीड से बराबर हो गई.
राजस्थान कांग्रेस को शक है कि कम से कम चार लोकसभा सीटों पर धांधली से बीजेपी को जीत दिलाई गई. जयपुर रूरल का चुनाव कोर्ट में चल रहा है. अलवर से जीते पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, कोटा से जीते स्पीकर ओम बिरला, बीकानेर से जीते कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की जीत पर भी कांग्रेस को शक है. अलवर में कांग्रेस 48 हजार, कोटा में 42 हजार, बीकानेर में करीब 56 हजार वोटों से हारी थी.
