फेक QR कोड से ठगी: राजस्थान पुलिस की चेतावनी, दुकानदार और ग्राहक दोनों रहें सतर्क
Wednesday, Jun 04, 2025-08:20 PM (IST)

जयपुर। राजस्थान में साइबर ठग अब QR कोड पेमेंट सिस्टम का दुरुपयोग कर नई तरह की धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे हैं। साइबर क्राइम शाखा ने एक नई एडवाइजरी जारी करते हुए बताया है कि अपराधी दुकानों में असली QR कोड के ऊपर नकली कोड चिपका देते हैं, जिससे ग्राहक द्वारा किया गया भुगतान सीधे ठगों के अकाउंट में चला जाता है।
कैसे हो रही है यह नई तरह की साइबर ठगी?
डिजिटल पेमेंट की बढ़ती लोकप्रियता के साथ साइबर अपराधियों ने अब एक नया तरीका अपनाया है:
दुकानदार अपने दुकान में Paytm, PhonePe या Google Pay जैसे ऐप्स का QR कोड लगाते हैं।
अपराधी गुपचुप तरीके से इस QR कोड पर एक नकली क्यूआर कोड चिपका देते हैं।
ग्राहक जब उस कोड को स्कैन कर पेमेंट करता है, तो पैसा असली दुकानदार को नहीं बल्कि ठग के अकाउंट में पहुंचता है।
अक्सर दुकानदार को तभी शक होता है जब ग्राहक जा चुका होता है और पेमेंट का कोई अलर्ट नहीं आता।
राजस्थान पुलिस की चेतावनी और सुझाव
राजस्थान पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट के एसपी शांतनु कुमार के अनुसार, एडवाइजरी संख्या 10/2025 के जरिए व्यापारियों और आम नागरिकों को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं:
व्यापारियों के लिए सुझाव:
QR कोड ऐसी जगह लगाएं, जहां उस पर छेड़छाड़ संभव न हो।
रोज QR कोड की जांच करें, कहीं कोई दूसरा कोड तो नहीं चिपकाया गया।
दुकान बंद करने से पहले QR कोड हटा कर अंदर रखें।
पेमेंट प्राप्त होते ही तुरंत SMS या ऐप से वेरिफाई करें।
ग्राहकों के लिए सुझाव:
QR को स्कैन करने से पहले क्यूआर कोड पर छेड़छाड़ के निशान देखें।
पेमेंट करने के बाद दुकानदार से पुष्टि करें कि उन्हें पैसे मिल गए हैं।
संदेह की स्थिति में भुगतान न करें।
शिकायत कहां और कैसे करें?
अगर आपको लगे कि आप या कोई जान-पहचान वाला इस ठगी का शिकार हो गया है, तो तुरंत इन माध्यमों से शिकायत करें:
साइबर हेल्पलाइन नंबर: 1930
राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल: [https://cybercrime.gov.in](https://cybercrime.gov.in)
निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर थाना
साइबर सुरक्षा है ज़रूरी
राजस्थान पुलिस ने सभी नागरिकों और व्यापारियों से अपील की है कि डिजिटल पेमेंट करते या स्वीकार करते समय अत्यधिक सतर्कता बरतें। समय पर की गई सावधानी न सिर्फ आर्थिक नुकसान से बचा सकती है, बल्कि अपराधियों की चालों को भी नाकाम बना सकती है।