राजस्थान में विलायती बबूल उन्मूलन पर जोर, पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने दिए दिशा-निर्देश
Tuesday, Aug 26, 2025-07:03 PM (IST)

जयपुर । पंचायती राज्यमंत्री मदन दिलावर ने कहा कि विलायती बबूल (प्रोसोपिस जूलीफ्लोरा) को जड़ सहित हटाने के लिए अध्ययन कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी करें और इसके उन्मूलन के संबंध में ऐसे विकल्पों को तलाश करें जिससे इस दिशा में सेफ जोन में काम किया जा सके। उन्होंने कहा कि विलायती बबूल के उन्मूलन के लिए क्षेत्र चिन्हित कर चरणबद्ध रूप से काम किया जाए।
मदन दिलावर मंगलवार को पंचायती राज्य सभागार में आज राजस्थान में विलायती बबूल उन्मूलन के संबंध में वन विभाग, ग्रामीण विकास एवं अन्य संस्था प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक में बोल रहे थे। पंचायती राज्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य केवल विलायती बबूल को काटना नहीं, बल्कि उनकी जड़ों को पूरी तरह से खत्म करना है ताकि दोबारा न उगें। उन्होंने कहा कि आज हमारे सामने विलायती बबूल खतरा साबित हो रहा है। प्रदेश में बहुतायत में उग आया विलायती बबूल अब अपने आसपास किसी अन्य वनस्पति को पनपने नहीं दे रहा है। इसलिए इसका प्रभावी उन्मूलन आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि इस पेड़़ के कारण खेती की मिट्टी अनुपजाऊ बन जाती है, विलायती बबूल ने चारागाह क्षेत्र को भी नष्ट कर दिया है। इस पेड़ के कारण किसानों को पशु चरण की बड़ी समस्या से गुजरना है पड़ता है। इसके अलावा अगर एक पौधा विलायती बबूल का उग जाता है तो उसके आसपास बहुत सारे पौधे उगते हैं जो अन्य वनस्पति को विकसित नहीं होने देते हैं।
उन्होंने विलायती बबूल के उन्मूलन के लिए वर्तमान में उपलब्ध वैधानिक प्रावधानों और नीतियों पर चर्चा की और कहा कि इन विलायती बबूल को हटाने का सरकार अपने स्तर पर प्रयास कर रही है। कुछ अड़चनें है उसे दूर कर इनको भी निकालने की कोशिश करेंगे। बैठक में इससे संबंधित उत्पादों ईंधन, चारकोल, पशु आहार आदि के बारे में चर्चा की गई।
बैठक में डॉ. जोगाराम, शासन सचिव एवं आयुक्त पंचायती राज, मोहम्मद जुनैद, निदेशक, वॉटरशेड विभाग, बलराज सिंह,कुलगुरु ( वीसी) श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर सहित विभागीय अधिकारीगण एवं इस क्षेत्र में कार्य कर रही विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।