अंता उपचुनाव में कांग्रेस की जीत से बदला गणित, अब विधानसभा में होगा ये सियासी असर
Saturday, Nov 15, 2025-02:22 PM (IST)
जयपुर। अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव में जनता ने एकबार फिर कांग्रेस को जीत की चाबी थमा दी है। अंता में कांग्रेस की जीत से राजस्थान विधानसभा में अब पार्टी के विधायकों की संख्या बढ़कर 67 हो गई है। दरअसल, अंता विधानसभा सीट उपचुनावों में कांग्रेस की जीत से विधानसभा में सीटों की संख्या का गणित बदल चुका है। ऐसे में अब कयास लगाए जा रहे हैं कि आखिर इस जीत के बाद अब सदन में क्या असर होगा।
आपको बता दें कि भले ही कांग्रेस के विधायकों की संख्या बढ़ गई है, लेकिन राजस्थान की भाजपा सरकार पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ेगा, लेकिन इससे विधानसभा सत्र में कांग्रेस को सरकार को घेरने का अधिक अवसर मिल जाएगा। गौरतलब है कि राजस्थान विधानसभा में भाजपा 118 सीटों के साथ बहुमत में है। वहीं, अंता में जीत के बाद कांग्रेस की सीटों की संख्या 67 हो चुकी है। इसके अलावा 8 निर्दलीय के साथ बसपा के दो और आरएलडी से एक विधायक है।
इसी के साथ ही अब अगले साल जून से पहले तीन राज्यसभा सीटों पर चुनाव होने वाले हैं। इन तीन सीटों पर तो इस जीत का कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन जब भी राज्यसभा की चार सीटों पर एक साथ चुनाव होंगे, उस समय इसका प्रभाव जरूर दिख सकता है। आपको बता दें कि पिछले चुनाव में 5 हजार 861 वोटों से हारने वाले प्रमोद जैन भाया इस बार करीब तीन गुना अंतर से जीतकर लौटे हैं। इसबार कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया ने अपने प्रतिद्वंद्वी भाजपा के मोरपाल सुमन को 15 हजार 612 वोटों से हराया है। भाया को 69 हजार 571 वोट मिले। वहीं, भाजपा के मोरपाल को 53 हजार 959 और निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा को 53 हजार 800 वोट मिले।
अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने के पीछे का कारण यहां पर भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा की सदस्यता समाप्त होना था। कंवरलाल को 20 साल पुराने एक मामले में दोषी करार दिया गया था।
