45 लाख का डोडा पोस्त जब्त, भीलवाड़ा पुलिस ने दबोचे दो तस्कर भाई
Tuesday, Dec 02, 2025-05:54 PM (IST)
जयपुर। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स राजस्थान की सटीक आसूचना पर भीलवाड़ा पुलिस ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। पुलिस ने एक ट्रक कंटेनर की गहन जाँच के बाद ग्रेनाइट की बिल्टी की आड़ में तस्करी किया जा रहा 45.75 लाख रुपए मूल्य का 304 किलो 700 ग्राम अवैध डोडा पोस्त जब्त किया है। मौके से बीकानेर के दो तस्कर भाइयों पूरणा राम लेघा (40) और देवेंद्र उर्फ देवा (21) पुत्र भंवर लाल निवासी सोमलसर को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स दिनेश एमएन के सख्त निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शर्मा के प्रभावी सुपरविजन में यह सफल ऑपरेशन पूरा किया गया। कांस्टेबल विजय सिंह एवं कांस्टेबल गोपाल धाबाई से मिली महत्वपूर्ण गोपनीय जानकारी के आधार पर इंस्पेक्टर राम सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम ने आसूचना संकलन और मुखबिर तंत्र की मदद से सूचना को पुख्ता किया और तत्काल थाना पुलिस को सूचित किया।
इस पुष्ट सूचना के आधार पर गुलाबपुरा थाना पुलिस ने त्वरित नाकाबंदी की। नाकाबंदी तोड़कर भागे संदिग्ध ट्रक को पीछा कर चौकी 29 मील चौराहा पुलिया पर रुकवा लिया। ट्रक की विधिवत तलाशी लेने पर उसमें छिपाए गए 15 कट्टों में भरा यह भारी मात्रा में 304 किलो 700 ग्राम अफीम डोडा चूरा बरामद हुआ। इस मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत कठोर मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपियों पूरणा राम लेघा (40) और देवेंद्र उर्फ देवा (21) को सलाखों के पीछे पहुँचा दिया गया है।
प्रारंभिक पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। दोनों आरोपी आंध्र प्रदेश के मातूर जिले से ग्रेनाइट भरकर पंजाब की ओर जा रहे थे। उन्होंने बीच रास्ते मध्य प्रदेश के जावर क्षेत्र से यह डोडा पोस्त लोड किया, जिसकी मंज़िल हनुमानगढ़ का गांव अर्जुनसर थी। वहाँ उन्हें देवाराम उर्फ भानू नाम के व्यक्ति को यह खेप सौंपनी थी, जो अपनी कार या कैंपर गाड़ी लेकर उनका इंतजार करता। दोनों तस्करों ने पूर्व में तीन से चार बार मादक पदार्थों की तस्करी करने की बात स्वीकार की है।
एएसपी सिद्धार्थ शर्मा एवं इंस्पेक्टर राम सिंह नाथावत के कुशल नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में कांस्टेबल विजय सिंह व गोपाल धाबाई की विशेष भूमिका और हेड कांस्टेबल महावीर सिंह व जितेंद्र की तकनीकी कुशलता सराहनीय रही। वहीं टीम में शामिल एसआई प्रताप सिंह, बनवारी लाल शर्मा, हेड कांस्टेबल महेश सोमरा, हेमंत शर्मा, कांस्टेबल देवेंद्र सिंह, गंगाराम व चालक दिनेश शर्मा का भी उत्कृष्ट सहयोग रहा। वर्तमान में पुलिस टीम दोनों शातिर आरोपियों से गहनता से पूछताछ करने में जुटी है, ताकि उनके पूरे अंतरराज्यीय तस्करी नेटवर्क का समूल पर्दाफाश किया जा सके।
