उदयपुर प्रेस नोट: एसीबी ने 1000 रुपये की रिश्वत पर हैडकांस्टेबल संजय कुमार मीणा को रंगे हाथों किया गिरफ्तार

Monday, Aug 04, 2025-07:56 PM (IST)

उदयपुर प्रेस नोट: एसीबी ने 1000 रुपये की रिश्वत पर हैडकांस्टेबल संजय कुमार मीणा को रंगे हाथों किया गिरफ्तार

जयपुर / उदयपुर, 4 अगस्त 2025 – भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, यूनिट उदयपुर द्वारा आज न्यायालय परिसर में एक करिश्माई घूस तड़क-फड़क के बीच हेडकांस्टेबल संजय कुमार मीणा (गांव: गोवर्धन विलास, थाना गोवर्धन विलास, उदयपुर) को ₹1,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई एसीबी मुख्यालय, एडीजीपी (ACB) श्रीमती स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशनात हुई, जिसमें उप-महानिरीक्षक (ACB) श्री प्रहलाद सिंह कृष्णिया, एएसपी (ACB) उदयपुर श्री अनन्त कुमार एवं पुलिस निरीक्षक चौकी उदयपुर नरपत सिंह की टीम द्वारा ट्रैप ऑपरेशन सफलतापूर्वक निष्पादित किया गया।

इससे पहले एक परिवादी ने शिकायत की थी कि संजय मीणा ने उसके पति को कच्ची शराब के मामले में थाने में बंद रखा था; नाम हटाने व जमानत कराने के एवज में ₹2,000 की मांग की और बाद में ₹1,500 की रफ्तै कर ली; ट्रैप के दौरान ₹1,000 देने पर रंगे हाथों पकड़ लिया गया। इस आधार पर एसीबी ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (PC Act) के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की।


 घटना की पूरी जानकारी:

  • शिकायत और सत्यापन – परिवादी की शिकायत पर एसीबी ने तत्काल सत्यापन किया; आरोपी ने रिश्वत की मांग स्वीकार की और उसके अनुसार उन्हें जाल में फंसाया गया।

  • ट्रैप और गिरफ्तारी – आज दिनांक 4 अगस्त को संजय मीणा ने निर्दिष्ट समय पर ₹1,000 लेने के लिए कोर्ट परिसर पहुंचे; एसीबी टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे पकड़ लिया।

  • पूछताछ प्रारंभ – आरोपी को अदालत में पेश किया गया और पूछताछ जारी है; आरोपियों की संपत्ति और आय का लेखा-जोखा होने वाले विवरण में शामिल है।


 एसीबी की कार्रवाई का व्यापक संदर्भ:

राजस्थान में एसीबी उदयपुर विशेष रूप से पुलिस व स्थानीय प्रशासनिक कर्मचारियों के खिलाफ सक्रिय भूमिका निभा रही है:

  • जनवरी 2024 में एसीबी द्वारा हेडकांस्टेबल कमल सिंह किकवाट को ₹10,000 रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था 

  • अप्रैल 2025 में नगर निगम के स्वास्थ्य प्रभारी और जमादार को सफाईकर्मी से मासिक ₹10,000 रिश्वत लेते पकड़ा गया था 

  • उदयपुर में जारी इस ताज़ा मामला, स्थानीय पुलिस क्षेत्र में भ्रष्टाचार पर एसीबी की जीरो टॉलरेंस नीति की ताज़ा मिसाल है।


 प्रशासन की जवाबदेही और अगले कदम:

  • एसीबी अतिरिक्त महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया कि इस मामले की पूरी जांच जारी है और “यदि किसी अन्य आरोपी के शामिल होने का सबूत मिलता है तो सभी को कानून के दायरे में लाया जाएगा।”

  • त्वरित कार्रवाई करते हुए दोहा की उप-महानिरीक्षक पुलिस (ACB) उदयपुर, एएसपी (ACB) उदयपुर और पुलिस निरीक्षक (चौकी उदयपुर) की रिपोर्ट मुख्यमंत्री, गृह मंत्रालय व न्याय विभाग को भेज दी गई है।

  • मामले को गंभीरता से लेते हुए बाद में ACB आरेंज की टीम री-इन्वेस्टिगेशन और ट्रांसपेरेंसी मानकों की समीक्षा करेगी।


Content Editor

Shruti Jha

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News