अस्पताल में महिला की मौत के बाद परिजनों ने किया हंगामा तो डॉक्टर्स समेत स्टाफ ने कर दी ये बड़ी वारदात, जिसके बाद मेडिकल पेशा हुआ शर्मसार !
Thursday, Oct 17, 2024-03:32 PM (IST)
झालावाड़, 17 अक्टूबर 2024 । झालावाड़ शहर में स्थित निजी एल एन व्यास अस्पताल में एक महिला का इलाज करवाने पहुंचे परिजनों के साथ अस्पताल के डॉक्टरों ने जमकर मारपीट की, जिसमें वे घायल हो गए। डॉक्टरों और परिजनों के बीच हुई इस मारपीट का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि पूरे मामले को लेकर जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने जांच के आदेश भी दे दिए हैं, इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है ।
दरअसल, झालावाड़ शहर के एक निजी अस्पताल एलएन हॉस्पिटल में महिला का इलाज करवाने पहुंचे परिजनों के साथ बुधवार देर शाम अस्पताल संचालक सहित अन्य स्टाफ ने जमकर मारपीट कर डाली व उन्हें घायल कर दिया। डॉक्टर्स व परिजनों के बीच मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है । बता दें कि वायरल वीडियो में अस्पताल के कार्मिकों की गुंडागर्दी साफ तौर पर दिखाई दे रही है। वीडियो में डॉक्टर्स बड़ी हैवानियत दिखाते हुए बेसबोल के बल्ले से परिजनों पर ताबड़तोड़ वार करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
इधर, निजी अस्पताल में हंगामा होने की सूचना मिलने के बाद कोतवाली थाना पुलिस भी एलएन अस्पताल पहुंची और मामले को शांत कराया । इसके बाद मामले में पुलिस ने अस्पताल संचालक वरुण व्यास सहित 4 लोगों को शांति भंग के आरोप में डिटेन कर लिया है ।
डीएसपी हर्षराज सिंह ने बताया कि आंवली कला निवासी ममता बाई पाटीदार को लेकर परिजन निजी अस्पताल पहुंचे थे, जहां उपचार के दौरान महिला की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया। इसी बीच मौके पर मौजूद डॉक्टर व परिजनों के बीच हाथापाई हुई थी। फिलहाल पुलिस ने दोनों पक्षों के लोगों की शिकायत दर्ज कर ली है तथा मामले में अनुसंधान किया जा रहा है।
उधर, गुरुवार को सुबह मृतक महिला के परिजनों ने पाटीदार समाज के लोगों के साथ जिला कलेक्टर से मुलाकात की । इस दौरान उन्होंने जिला कलेक्टर से शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से करवाने और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की । वहीं जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने 15 दिन में जांच करवाकर कार्रवाई का आश्वासन दिया । जिसके बाद परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए तैयार हुए।
बहरहाल, निजी अस्पताल में चिकित्सकों द्वारा तीमारदारों से मारपीट की घटना ने चिकित्सकीय पेशे को ही शर्मसार कर दिया है। अब सवाल ये भी उठता है कि धरती के भगवान कहे जाने वाले चिकित्सक ही भक्षक बने जाएंगे तो बीमार लाचार मरीजों को कौन देखेगा ।