रसोईघर की दिशा सही नहीं होने से आती है परेशानियां, भोजन बनाते समय मुख सही दिशा में न हो तो होती है धन और स्वास्थ्य की हानि
Thursday, Apr 10, 2025-05:22 PM (IST)

जयपुर/जोधपुर, 10 अप्रैल 2025 । घर परिवार में कभी-कभी अचानक से परेशानियां बढ़ने लगती हैं। घर में कोई न कोई बीमार रहने लगता है। अचानक से फालतू खर्च बढ़ने लगते हैं और धन संबंधित समस्याएं होने लगती हैं। यदि आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो एक बार वास्तु से जुड़ी बातों पर ध्यान अवश्य दें। श्री लक्ष्मीनारायण एस्ट्रो सॉल्यूशन अजमेर की निदेशिका ज्योतिषाचार्या एवं टैरो कार्ड रीडर नीतिका शर्मा ने बताया कि रसोई एक ऐसा स्थान होता है, जहां पर परिवार के सभी सदस्यों के लिए भोजन बनता है यदि इस स्थान पर कोई दोष हो तो इसका प्रभाव खाना बनाने वाले के साथ ही पूरे परिवार पर पड़ता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि रसोई में भोजन बनाते समय मुख सही दिशा में न हो तो परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का किचन आग्नेय कोण में होना शुभ माना जाता है जबकि अगर घर का किचन पश्चिम दिशा में होता है, तो घर के सदस्यों में बार-बार बीमार पड़ने का खतरा बढ़ जाता है।
ज्योतिषाचार्या और वास्तु विशेषज्ञ नीतिका शर्मा ने बताया कि कभी-कभी ऐसा होता है कि अच्छी डाइट लेने के बाद भी लोग बीमार पड़ जाते हैं या फिर अपने ही घर का खाना लोगों को अच्छा नहीं लगता। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के खाने के साथ भी एक ऊर्जा जुड़ी होती है। इस ऊर्जा का हमारे तन-मन पर प्रभाव पड़ता है। जैसे, वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आपके घर विशेषकर किचन में नकारात्मक ऊर्जा है, तो इसका प्रभाव आपके खाने पर भी पड़ता है। किचन में वास्तु दोष होने से लोग बीमार पड़ने लगते हैं या फिर खाना खाने के बाद उनकी मनोस्थिति सही नहीं रहती। ऐसे में आपको किचन से जुड़े वास्तु नियम जरूर जान लेने चाहिए।
वास्तु विशेषज्ञ नीतिका शर्मा ने बताया कि वास्तु शास्त्र के अनुसार कभी भी उत्तर दिशा की ओर मुख करके भोजन बनाना शुभ नहीं माना जाता है। इस दिशा में मुख करके कभी भोजन नहीं बनाना चाहिए। इस दिशा में मुख करके भोजन बनाने से घर में कलह की स्थिति उत्पन्न होती है और धन संबंधित समस्याएं भी आने लगती हैं। इसके साथ ही कार्य क्षेत्र में भी परेशानियां आने लगती हैं। उच्चअधिकारियों और सहयोगियों के साथ संबंध खराब होने लगते हैं।
वास्तु विशेषज्ञ नीतिका शर्मा ने बताया कि वास्तु शास्त्र के अनुसार भूलकर भी दक्षिण दिशा की तरफ मुख करके भोजन नहीं बनाना चाहिए। इस दिशा में मुख करके भोजन बनाने वाले को हमेशा स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं लगी रहती हैं। जो व्यक्ति खाना बनाता हो उस जोड़ों के दर्द, माइग्रेन और कंधों के दर्द की तकलीफ लगी रहती है साथ ही धन संबंधित परेशानियां भी लगी रहती हैं। घर में धन नहीं टिकता है।
पूर्व दिशा में मुख करके भोजन बनाना
वास्तु विशेषज्ञ नीतिका शर्मा ने बताया कि वास्तुशास्त्र के अनुसार पूर्व दिशा में मुख करके भोजन बनाना बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिशा में मुख करके भोजन बनाने से घर में किसी प्रकार से अन्न और धन की कमी नहीं होती है। घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है। परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।
किस दिशा में होना चाहिए किचन
वास्तु विशेषज्ञ नीतिका शर्मा ने बताया कि वास्तु शास्त्र के अनुसार आग्नेय कोण को रसोईघर के लिए सबसे शुभ माना जाता है। घर की पूर्व और दक्षिण दिशा के बीच के क्षेत्र को आग्नेय कोण कहते हैं। यह दिशा अग्नि तत्व से जुड़ी हुई है। आग्नेय कोण को अग्नि कोण भी कहा जाता है। अग्नि कोण के स्वामी शुक्र ग्रह हैं। इस दिशा में रसोईघर होने से घर में सुख-समृद्धि तो बनी ही रहती है। साथ ही घर के लोग भी सेहतमंद रहते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ दिशाओं को किचन बनाने के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता। जैसे, उत्तर या ईशान कोण में बना किचन गंभीर रोग का कारण बन सकता है, इसलिए अपने घर में रसोईघर को भूलकर भी दक्षिण-पश्चिम दिशा में न बनाएं। इसके अलावा पश्चिम दिशा को भी किचन बनाने के लिए सही नहीं माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आप घर की पश्चिम दिशा में किचन बनाते हैं, तो इससे गृह क्लेश की संभावना बढ़ जाती है।
गैस की सही दिशा
वास्तु विशेषज्ञ नीतिका शर्मा ने बताया कि किचन में सबसे जरूरी माना जाता है गैस स्टोव का सही दिशा में होना। वास्तु के हिसाब से किचन के लिए सबसे आदर्श दिशा दक्षिण-पूर्व मानी जाती है। तो इस हिसाब से गैस स्टोव को पूर्व दिशा की स्लैब पर रखा होना सबसे उचित माना जाता है। अगर आपके घर में किचन दक्षिण-पश्चिम में होती है तो ऐसा देखने में आता है कि परिवार के पुरुष सदस्यों की परेशानी बढ़ने लगती है। इस दिशा में किचन का होना आपके वंश को आगे बढ़ाने में बाधक माना जाता है।
गलत दिशा में भोजन का बनना
वास्तु विशेषज्ञ नीतिका शर्मा ने बताया कि अगर आपके घर के किचन में गलत दिशा में भोजन बनता है तो यह बहुत ही नुकसानदेह है। ऐसा होने से आपके परिवार के पुरुषों को कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं रहने लगती हैं। ऐसे घरों के पुरुष आम तौर पर अक्सर बुखार, डायबीटीज और हायपरटेंशन से परेशान रहते हैं।
महिलाओं को समस्या
वास्तु विशेषज्ञ नीतिका शर्मा ने बताया कि अगर आपके घर की महिलाएं गलत दिशा में मुख करके भोजन बनाती हैं तो भी शारीरिक और मानसिक रूप से बीमार रहने लगती हैं। ऐसी महिलाओं के जोड़ों में दर्द रहने लगता है। उन्हें कमर में दर्द और मानसिक तनाव से दोचार होना पड़ता है। यहां तक कि उनको अपच की समस्या भी रहने लगती है।
आग और पानी एक साथ
वास्तु विशेषज्ञ नीतिका शर्मा ने बताया कि कहावत है न कि आग और पानी का कोई साथ नहीं होता। यह बात आपकी किचन के मामले में भी एकदम फिट बैठती है। अगर आपकी किचन में गैस स्टोव और नल एक ही दिशा में हैं तो यह सबसे बड़ा दोष माना जाता है। जिन घरों में ऐसा होता है वहां परिवार के लोगों के बीच क्लेश बना रहता है। एक-दूसरे की बात कोई नहीं सुनता है। बेहतर होगा कि गैस स्टोव को उधर भूलकर भी न रखें, जिधर आपका नल हो।
इस बात का रखें ध्यान
वास्तु विशेषज्ञ नीतिका शर्मा ने बताया कि आजकल देखने में आता है कि लोग अपने घरों में मॉड्यूलर किचन बनवाते हैं। इसमें कोई बुराई भी नहीं है। लेकिन एक बात का ध्यान रखना जरूरी है कि महिलाएं जहां खड़े होकर खाना बनाती हों उस स्थान और मुख्य द्वार के बीच में एक पर्दा, या फिर कोई दीवार होना जरूरी है। ऐसा नहीं होने पर आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है और महिलाओं के घुटनों में भी दर्द रहने लगता है।
उपाय
वास्तु विशेषज्ञ नीतिका शर्मा ने बताया कि आपके रसोईघर अगर गलत दिशा में बन गया है, तो तोड़-फोड़ करने से अच्छा है कि आप किचन में कुछ ऐसे उपाय करें, जिससे कि किचन की ऊर्जा सकारात्मक बनी रह सके। इसके लिए सबसे पहले किचन में सुबह और शाम लोबान का धुआं फैलाएं। इसके अलावा किचन में उत्तर-पूर्व दिशा में सिंदूरी गणेश जी की तस्वीर लगाएं।