दिल्ली कांग्रेस दरबार तक गूंजा अटरू का नाम, गोविंद अटलपुरी का अनोखा विरोध बना आकर्षण का केंद्र
Saturday, Dec 20, 2025-07:26 PM (IST)
“तेरे मेरे प्यार के चर्चे हर ज़ुबान पर…”फिल्मी गीत की इन पंक्तियों की तर्ज पर इन दिनों राजस्थान के बारां जिले के अटरू निवासी कांग्रेस कार्यकर्ता गोविंद सिंह अटलपुरी की चर्चा दिल्ली के कांग्रेस दरबार से लेकर राजनीतिक गलियारों तक हो रही है।
अखिल भारतीय कांग्रेस के आह्वान पर दिल्ली में आयोजित ‘वोट चोर–गद्दी छोड़’ महारैली में गोविंद अटलपुरी ने ऐसा प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया, जिसने नेताओं से लेकर आम कार्यकर्ताओं तक का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। अटलपुरी न केवल इस महारैली में शामिल हुए, बल्कि उन्होंने अपने अनोखे अंदाज से शोषित, वंचित, पीड़ित और दलित वर्ग के ऐतिहासिक संघर्ष को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया।
कड़कड़ाती ठंड में सुबह 11 बजे से लेकर महारैली के समापन तक गोविंद अटलपुरी नंगे बदन, कमर के नीचे टाट की बोरी लपेटे, नंगे पैर, गले में हांडी और हाथ में लाठी लिए दिखाई दिए। दूसरे हाथ में “वोट चोर गद्दी छोड़” लिखा स्लोगन थामे उनका यह रूप भीड़ के बीच अलग ही संदेश दे रहा था। उनके इस प्रतीकात्मक विरोध ने मंच पर मौजूद नेताओं तक का ध्यान आकर्षित किया। रामलीला मैदान जाते समय उनकी मुलाकात लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से भी हुई। राहुल गांधी के स्नेही व्यवहार से अटलपुरी खासे अभिभूत नजर आए।
गौरतलब है कि गोविंद अटलपुरी इससे पहले भी कांग्रेस के कई बड़े आंदोलनों और यात्राओं में अपने खर्चे पर शामिल हो चुके हैं। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा में महाराष्ट्र के शेगांव से लेकर श्रीनगर के लाल चौक तक और भारत जोड़ो न्याय यात्रा में मणिपुर के इंफाल से मुंबई तक कदमताल किया। इसके अलावा बिहार की वोटर अधिकार यात्रा, संविधान बचाओ रैली सहित कई राष्ट्रीय आयोजनों में भी उनकी सक्रिय भूमिका रही है। हर कार्यक्रम में नवाचार और प्रतीकात्मक प्रस्तुति गोविंद अटलपुरी की पहचान बन चुकी है, जो उन्हें भीड़ से अलग कर चर्चा का विषय बना देती है।
