नेताजी की टीआरपी 2: नरेश मीणा जेल में, लेकिन हनुमान बेनीवाल से सोशल मीडिया जंग!
Friday, May 30, 2025-08:37 PM (IST)

सिर पर साफा, आंखों में तेज़ और सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स की फौज! हम बात कर रहे हैं उस डिजिटल रणभूमि की, जहां इस हफ्ते आमने-सामने आए दो चर्चित चेहरे — हनुमान बेनीवाल और नरेश मीणा। लेकिन यह कोई चुनावी मंच नहीं था, न ही किसी टीवी डिबेट का मंच। ये जंग थी फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर (अब X) और यूट्यूब की — जहां नेताजी की टीआरपी अब भाषणों से नहीं, रील्स और लाइक्स से तय होती है।
अगर आंकड़ों की बात करें तो हनुमान बेनीवाल डिजिटल दुनिया के एक सुपरस्टार हैं। उनके फेसबुक पर 15 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं, X (ट्विटर) पर 12 लाख, इंस्टाग्राम पर 6.5 लाख और यूट्यूब पर करीब 78 हज़ार सब्सक्राइबर। इन आंकड़ों से साफ है कि वे हर सोशल मीडिया मंच पर एक्टिव और लोकप्रिय हैं। वहीं दूसरी ओर हैं नरेश मीणा, जो इस समय जेल में हैं, लेकिन उनकी टीम सोशल मीडिया पर "ऑपरेशन फॉलोअर्स" चला रही है। नरेश मीणा के फेसबुक पर 2.3 लाख, X पर 1 लाख से ज्यादा और इंस्टा पर लगभग 1 लाख फॉलोअर्स हैं।
अब सवाल उठता है — जब नरेश मीणा जेल में हैं, तो वो हनुमान बेनीवाल से भिड़ क्यों रहे हैं? जवाब बड़ा दिलचस्प है — सोशल मीडिया पर जंग लड़ने के लिए ज़रूरी नहीं कि नेता मैदान में खुद हों। मीणा की टीम बाहर से वीडियो एडिट कर रही है, ट्रेंड चला रही है और जनता को यह दिखा रही है कि उनका नेता जेल में भी सोशल मीडिया पर मौजूद है।
इस बीच हनुमान बेनीवाल की टीम भी मैदान में पूरी ताकत से जुटी है। उनके ट्वीट्स लगातार सुर्खियों में रहते हैं, रील्स मुद्दों पर आधारित होती हैं और यूट्यूब शॉर्ट्स में उनका अंदाज़ काफी आक्रामक और स्पष्ट नजर आता है। सोशल मीडिया के इस महायुद्ध में उनके समर्थक भी मीम्स से लेकर कमेंट्स तक में पूरी फॉर्म में हैं।
सबसे मजेदार बात यह है कि दोनों नेताओं के समर्थक एक-दूसरे की पोस्ट पर भिड़ रहे हैं। एक लिखता है — "बेनीवाल ही सच्चा जननायक है", तो दूसरा जवाब देता है — "मीणा जी अंदर होकर भी बाहर वालों को हिला रहे हैं।" इन बहसों से साफ है कि सोशल मीडिया अब केवल प्रचार का मंच नहीं रहा, बल्कि यह नेता की लोकप्रियता का असली बैरोमीटर बन चुका है।
तो अगली बार जब आप यूट्यूब खोलें, इंस्टा पर स्क्रॉल करें या X पर ट्रेंड देखें, तो याद रखिए — "नेताजी की टीआरपी" अब सिर्फ रैली और रोड शो से नहीं, सोशल मीडिया रील्स और रिएक्शन्स से बनती है।