नरेश मीणा के समर्थकों ने जेल से छूट किरोड़ी बाबा पर लगाएं वादा खिलाफी के आरोप

Wednesday, Jan 08, 2025-03:13 PM (IST)

समरावता हिंसा: 55 दिन बाद जेल से रिहा हुए नरेश मीणा के 18 समर्थक, हुआ भव्य स्वागत

समरावता हिंसा के 55 दिन बाद मंगलवार रात को नरेश मीणा के 18 समर्थक टोंक जेल से रिहा हुए। रिहाई के बाद समर्थकों का जोरदार स्वागत किया गया। जेल से निकलते ही उन्हें सीधे नरेश मीणा के कार्यालय ले जाया गया, जहां आतिशबाजी और फूल-मालाओं से उनका अभिनंदन किया गया। इस दौरान समर्थकों ने चेतावनी दी, "अगर नरेश भाई को रिहा नहीं किया गया तो हालात बिगड़ सकते हैं।"

18 आरोपियों को मिली जमानत, मुख्य आरोपी नरेश मीणा अब भी जेल में

सोमवार को टोंक जिला एवं सत्र न्यायालय ने समरावता कांड में बंद 19 में से 18 आरोपियों को जमानत दी, जबकि मुख्य आरोपी नरेश मीणा की जमानत अर्जी खारिज कर दी गई। 18 समर्थक मंगलवार रात जेल से बाहर आए, लेकिन नरेश मीणा अब भी जेल में बंद हैं। इससे पहले, हाईकोर्ट ने इस मामले में 39 अन्य आरोपियों को और 4 नाबालिगों को पहले ही जमानत दे दी थी।

पुलिस पर निर्दोषों को फंसाने का आरोप

जेल से रिहा हुए समर्थकों ने पुलिस पर निर्दोष लोगों को फंसाने का आरोप लगाया। साथ ही, उन्होंने चेतावनी दी कि अगर नरेश मीणा को बिना शर्त रिहा नहीं किया गया, तो बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। समर्थकों ने समरावता कांड के पीड़ितों को मुआवजा देने और मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग भी उठाई।

मंत्री किरोड़ी लाल मीणा पर वादा खिलाफी का आरोप

जेल से रिहा समर्थकों ने मंत्री किरोड़ी लाल मीणा पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्री ने जेल में मुलाकात के दौरान जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं किए। समर्थकों का कहना था कि मंत्री ने रिहाई के लिए मदद का भरोसा दिया था, लेकिन वह अब अपने वादों से मुकर गए हैं।

उपचुनाव के दौरान भड़की थी हिंसा

समरावता गांव में 13 नवंबर को देवली-उनियारा सीट पर उपचुनाव के दौरान मतदान बहिष्कार के बीच हिंसा भड़क उठी थी। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने मतदान स्थल पर एरिया मजिस्ट्रेट अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था, जिसके बाद विवाद गहरा गया। मतदान खत्म होने के बाद गांव में आगजनी हुई, जिसमें कई वाहन जला दिए गए। इस घटना के बाद पुलिस बल की मौजूदगी में नरेश मीणा को गिरफ्तार किया गया। तब से वह जेल में बंद हैं। समर्थकों के इस आक्रामक रुख और बढ़ते तनाव के बीच प्रशासन पर स्थिति संभालने का दबाव बढ़ गया है।


Content Editor

Rahul yadav

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