जानिए कौन है बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ? जिन्हें मिली गोली मारने की धमकी
Friday, Nov 29, 2024-01:40 PM (IST)
राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष मदन राठौड़ को जान से मारने की धमकी मिली है। यह धमकी उन्हें एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन पर दी। आरोपी ने फोन पर सीधे कहा, "गोली मार दूंगा।" इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। मदन राठौड़ इस समय दिल्ली में हैं और उन्होंने संबंधित थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। धमकी मिलने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस पूरे मामले की जानकारी ली है और जांच का आश्वासन दिया है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि धमकीभरा कॉल उन्हें संसद भवन से निकलने के बाद मिला। कॉल करने वाले ने पहले गालियां दीं और फिर धमकाते हुए कहा,
"गोली से मार दूंगा। राज्यसभा में इसलिए आए हो क्या?"
यह धमकी करीब दो मिनट तक जारी रही। इस घटना की शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जब धमकी देने वाले को राठौड़ के स्टाफ ने किया फोन
धमकी देने वाले व्यक्ति को जब मदन राठौड़ के स्टाफ की ओर से दोबारा फोन किया गया, तो उसने पहले खुद को बिहार का निवासी बताया और फिर कहा कि वह अनूपगढ़ से बात कर रहा है। जब उससे पूछा गया कि उसने मदन राठौड़ को धमकी क्यों दी, तो उसने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद उसे कई बार फोन करने की कोशिश की गई, लेकिन उसने फोन उठाया ही नहीं।
घटना के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मदन राठौड़ ने कहा,
"मैंने ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे कोई मुझे धमकी दे। जब फोन करने वाले ने अपशब्द कहे, तब भी मैंने उससे शांतिपूर्वक पूछा कि भाई, तुम्हें तकलीफ क्या है? इस तरह क्यों बोल रहे हो?"
हाल ही में अजमेर दरगाह मामले पर दिया था बयान
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने गुरुवार को दिल्ली से बयान जारी करते हुए कहा कि अजमेर दरगाह शरीफ का मामला फिलहाल न्यायालय में विचाराधीन है, इसलिए इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। हालांकि, उन्होंने इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि मुगलों ने भारत में आकर लूटपाट की, धार्मिक स्थलों को क्षतिग्रस्त किया और कई स्थानों पर कब्जा कर लिया।
राठौड़ ने कहा,
"इतिहास का अध्ययन सभी को करना चाहिए, ताकि सही निर्णय लिए जा सकें, जो समाज में सद्भाव और हर वर्ग में भाईचारे को मजबूत बनाए।"
उन्होंने यह भी कहा कि मुगलों ने हिंदुस्तान की कई बेमिसाल इमारतों को नुकसान पहुंचाया और उन पर कब्जा किया। लेकिन न्यायालय ने गहन छानबीन के बाद ऐतिहासिक फैसले दिए हैं।
उन्होंने विश्वास जताया,
"हमें हमारी न्याय प्रणाली पर पूरा भरोसा है। इस मामले में भी जो फैसला आएगा, हम उसका स्वागत करेंगे।"
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को भी मिल चुकी धमकी
गौरतलब है कि इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को भी दो बार जान से मारने की धमकी मिल चुकी है। ये धमकियां जेल में बंद कैदियों की ओर से दी गई थीं। पहली बार उन्हें धमकी जयपुर सेंट्रल जेल से मिली थी, जबकि दूसरी बार यह धमकी दौसा के सालवास स्थित विशिष्ट जेल से दी गई। दोनों ही मामलों में धमकी देने वाले कैदियों की पहचान कर ली गई थी, और पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई की थी। इन घटनाओं ने प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए थे।
दिल्ली पुलिस कर रही मामले की जांच
अब सत्ताधारी दल के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ को धमकी मिलने के बाद पुलिस महकमा पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। हालांकि इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है, लेकिन राजस्थान में भी पुलिस अमला सतर्क हो गया है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं और लगातार फीडबैक ले रहे हैं। वहीं, संबंधित अधिकारी अपने स्तर पर मामले की गहराई से जांच-पड़ताल में जुटे हुए हैं। धमकी के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है।
जानिए कौन है बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़
मदन राठौड़ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ और प्रभावशाली नेताओं में से एक हैं। ओबीसी समुदाय से आने वाले राठौड़ पाली जिले की सुमेरपुर विधानसभा सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं। वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली पूर्व बीजेपी सरकार में उन्होंने सरकारी उप मुख्य सचेतक के रूप में भी जिम्मेदारी निभाई थी।
2023 के विधानसभा चुनाव में राठौड़ ने बीजेपी से टिकट की मांग की थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इससे नाराज होकर उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया। हालांकि, पार्टी नेताओं के समझाने और हस्तक्षेप के बाद उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया। राठौड़ की राजनीतिक पृष्ठभूमि और पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा उन्हें बीजेपी का एक महत्वपूर्ण चेहरा बनाती है।
RSS प्रचारक से राज्यसभा सांसद तक का सफर और अब प्रदेशाध्यक्ष
मदन राठौड़ का जन्म पाली जिले के रायपुर में हुआ था, और उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया है। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से भी जुड़े रहे हैं और 1970 के दशक में आरएसएस के प्रचारक के रूप में अपना करियर शुरू किया।
फरवरी में बीजेपी ने मदन राठौड़ और चुन्नीलाल गरासिया को राज्यसभा उम्मीदवार के रूप में नामित किया था। वर्तमान में, मदन राठौड़ राज्यसभा के सदस्य हैं और उच्च सदन में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।