जयपुर में जैव विविधता और संरक्षण पर ऐतिहासिक कार्यशाला, राजस्थान के सतत विकास के लिए नई दिशा

Monday, Aug 18, 2025-05:58 PM (IST)

जयपुर। राजस्थान की माटी, परंपराओं और सामुदायिक जीवन को केंद्र में रखते हुए, रणबंका बालाजी ट्रस्ट (जोधपुर) और फाउंडेशन फॉर इकॉलॉजिकल सिक्योरिटी (भीलवाड़ा) मिलकर एक ऐतिहासिक कार्यशाला आयोजित कर रहे हैं –
“जैव विविधता एवं संरक्षकता: पारिस्थितिक मनोविज्ञान एवं पारिस्थितिक स्वास्थ्य मॉनिटरिंग की समझ”।

कार्यक्रम में मुख्य सचिव सुधांशु पंत, ACS अभय कुमार समेत सेक्टर विशेषज्ञ और गणमान्य अतिथि भाग लेंगे। यह कार्यशाला राजस्थान के भविष्य के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

कार्यक्रम विवरण

  • तारीख: 19 अगस्त 2025, मंगलवार

  • समय: प्रातः 11:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक

  • स्थान: होटल रॉयल ऑर्चिड, टोंक रोड, दुर्गापुरा, जयपुर

कार्यशाला में सरकारी प्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के विशेषज्ञ, शिक्षाविद और संरक्षण कार्यकर्ता जैव विविधता, सामुदायिक संरक्षण और सतत विकास पर चर्चा करेंगे।

मुख्य आकर्षण

  • ‘द बटरफ्लाई स्टोरी’ – सुप्रसिद्ध नेचुरलिस्ट श्री पीटर स्मेटासेक

  • भूजल पुनर्भरण और कॉमन्स प्रबंधन पर विचार

  • पारिस्थितिक स्वास्थ्य मॉनिटरिंग की नई रूपरेखा

  • सेवेंट्री – ग्रामीण आजीविका की प्रेरक कहानी

  • एकोज़ फ्रॉम अरावली – अरावली की प्राकृतिक धरोहर पर विशेष प्रस्तुति

  • संरक्षण और रोजगार का संतुलन – आर्थिक दृष्टि से पारिस्थितिकी

कार्तिकेय सिंह राठौड़, रणबंका बालाजी ट्रस्ट ने कहा:


"यह कार्यशाला केवल बातचीत नहीं, बल्कि एक सामूहिक आंदोलन है – जो राजस्थान को पर्यावरणीय संरक्षकता और सामाजिक कल्याण के साथ सतत विकास की ओर अग्रसर करेगा।"

कार्यक्रम का मक़सद मरुधरा की जैव विविधता और भविष्य की संभावनाओं को सामने लाना है। अरावली को राजस्थान की प्राणवायु के रूप में विशेष रूप से चर्चा में रखा जाएगा।


Content Editor

Sourabh Dubey

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