Rajasthan Politics | Dilawar बोले "मैं गौशालाओं के खिलाफ" ! तो Jully बोले यही भाजपा की असलियत !
Wednesday, Jun 18, 2025-03:05 PM (IST)

गौशालाओं को लेकर मंत्री मदन दिलावर के बयान पर सियासी घमासान, कांग्रेस ने लगाया गौमाता के अपमान का आरोप
राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री मदन दिलावर हाल ही में पाली जिले के बर गांव स्थित सिगोसत नंदी गौशाला के निरीक्षण के लिए पहुंचे। इस दौरान दिए गए एक बयान को लेकर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। मंत्री के बयान का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे कहते हुए सुने गए—"मैं गौशालाओं के खिलाफ हूं।"
इस बयान को लेकर कांग्रेस ने भाजपा को आड़े हाथों लिया है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर मंत्री के बयान का वीडियो साझा करते हुए लिखा:
"गौमाता का अपमान, कब तक सहेगा राजस्थान? गौमाता के नाम पर वोट और असलियत में गौशालाओं का विरोध—यही है भाजपा का असली चेहरा।"
उन्होंने आगे लिखा:
"गौसेवा की आड़ में राजनीति करने वाली भाजपा की असलियत खुद उनके मंत्री उजागर कर रहे हैं। मंत्री मदन दिलावर, अविनाश गहलोत और ओटाराम देवासी जैसे नेता साफ कर रहे हैं कि भाजपा के लिए गौसेवा सिर्फ चुनावी हथियार है, न कि संवेदनशीलता का विषय।"
मंत्री ने दी सफाई, फर्जी गौशालाओं का किया विरोध
हालांकि, पूरी घटना का पूरा संदर्भ सामने आने पर मामला कुछ अलग नजर आया। जब मंत्री मदन दिलावर निरीक्षण कर रहे थे, तब मंत्री अविनाश गहलोत उन्हें गौशाला की जानकारी दे रहे थे। उसी दौरान दिलावर ने कहा,
"मैं गौशालाओं के खिलाफ हूं।"
बयान सुनकर मौके पर मौजूद स्थानीय भाजपा नेता राजेश मेवाड़ा ने स्पष्ट किया कि यह कोई कागजों में चलने वाली गौशाला नहीं है। उन्होंने बताया कि लंपी महामारी के दौरान पूरे गांव ने मिलकर इस गौशाला को अस्पताल के रूप में शुरू किया था और घायल गोवंश की सेवा की गई थी।
इसके बाद मंत्री मदन दिलावर ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा:
"मैं उन फर्जी गौशालाओं के खिलाफ हूं, जो केवल कागजों पर चलती हैं। जैसलमेर में करोड़ों रुपए का भुगतान किया गया, लेकिन वहां गोवंश था ही नहीं। ऐसे भ्रष्टाचार से मेरा मन व्यथित हुआ था।"
मंत्री ने की सराहना, दिए मदद के निर्देश
स्थानीय लोगों द्वारा पूरी जानकारी दिए जाने के बाद मंत्री दिलावर ने कहा कि
"यह एक बेहतरीन गौशाला है, और हमें इस पर काम करना चाहिए।"
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस गौशाला को भूमि आवंटन और अनुदान दिया जाए। साथ ही, यदि कोई समस्या आती है तो मंत्री अविनाश गहलोत से संपर्क करने को कहा गया। मंत्री ने भामाशाहों और संचालकों को भी नमन करते हुए उनकी सेवा भावना की सराहना की।