अजमेर की 82 वर्षीय महिला से ₹80 लाख की साइबर ठगी, पश्चिम बंगाल से मुख्य आरोपी गिरफ्तार
Thursday, Jul 31, 2025-05:52 PM (IST)

जयपुर। साइबर अपराधियों ने मुंबई साइबर क्राइम अधिकारी बनने का झांसा देकर अजमेर की 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला को ₹80 लाख की भारी-भरकम राशि से ठग लिया। इस सनसनीखेज साइबर क्राइम का खुलासा होने के बाद राजस्थान साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, जयपुर ने बड़ी कार्रवाई की और मुख्य आरोपी सोवन मंडल को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया।
एसपी साइबर क्राइम शांतनु कुमार सिंह के अनुसार, यह ठगी 23 से 30 नवंबर 2024 के बीच हुई।
आरोपियों ने व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए खुद को मुंबई साइबर सेल अधिकारी बताते हुए महिला को डराया कि वह डिजिटल गिरफ्तारी की प्रक्रिया में हैं और यदि तत्काल ₹80 लाख ट्रांसफर नहीं किए गए तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा।
भयभीत महिला ने पूरी राशि बताए गए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी। बाद में मामला उजागर हुआ और एफआईआर को साइबर क्राइम पुलिस, जयपुर को ट्रांसफर किया गया।
150 से अधिक खातों में हुआ ट्रांसफर, क्रिप्टो में बदलने की कोशिश
जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी सोवन मंडल (निवासी हावड़ा, पश्चिम बंगाल) के खाते से यह राशि 150 से अधिक बैंक खातों में ट्रांसफर हुई।
साइबर ठग इस रकम को यूएसडीटी क्रिप्टोकरेंसी में बदल रहे थे, जिससे ट्रेसिंग और रिकवरी मुश्किल हो सके।
टीम ने इन खातों की पहचान और ट्रांजैक्शन ट्रैकिंग शुरू कर दी है।
पहले ही 18 आरोपी गिरफ्तार, महंगी बरामदगी
इस साइबर गिरोह पर हुई पिछली कार्रवाई में पुलिस ने 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
इनसे बरामद हुआ:
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₹13 लाख नकद
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27 मोबाइल
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43 डेबिट कार्ड, 19 पासबुक, 15 चेकबुक
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16 सिम कार्ड, 13 पैन/आधार कार्ड
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1 लैपटॉप और 1 स्विफ्ट कार
एसपी सिंह के अनुसार, यह गिरोह ठगी की कमाई से विलासिता की जिंदगी जीता था और देशभर में कई अन्य साइबर क्राइम में भी सक्रिय रहा है।
साइबर पुलिस की अपील
राजस्थान साइबर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध कॉल या डिजिटल धमकी पर तुरंत पुलिस या साइबर हेल्पलाइन से संपर्क करें, और बिना सत्यापन किसी खाते में पैसा ट्रांसफर न करें।