राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव इन जिलों में बारिश का अलर्ट जारी !
Wednesday, Jan 22, 2025-10:32 AM (IST)
राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव इन जिलों में बारिश का अलर्ट जारी !
राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने वाला है, जिससे मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने राज्य के आठ जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। 24 जनवरी से राज्य में ठंडी हवाएं चलने की संभावना है। वहीं, 23 जनवरी को उत्तर-पूर्वी जिलों में घना कोहरा छाने की आशंका है। बीते 24 घंटों के दौरान डूंगरपुर, बाड़मेर, जोधपुर और जालोर में अधिकतम तापमान 28 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। चित्तौड़गढ़ में अधिकतम तापमान 29.9 डिग्री सेल्सियस रहा।
जोधपुर और जयपुर में सर्दी का असर कम
राज्य के प्रमुख शहरों जोधपुर, जालोर, बाड़मेर, कोटा और जयपुर में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे सर्दी का असर कम हुआ है। बीते दिन इन शहरों में न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से हवाओं की दिशा में बदलाव हुआ है। इससे राजस्थान और दिल्ली सहित मैदानी राज्यों में उत्तर से आने वाली ठंडी हवाएं बाधित हो गई हैं, जिससे इन क्षेत्रों में तापमान बढ़ने लगा है।
कई स्थानों पर घना कोहरा
राजस्थान में पिछले 24 घंटे के दौरान मौसम शुष्क रहा, लेकिन कई स्थानों पर घना कोहरा छाया रहा। ठंड का असर प्रदेश में साफ नजर आया। पाली जिले के जवाई बांध क्षेत्र में न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, डूंगरपुर में अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इस मौसम परिवर्तन के चलते सर्दी के प्रभाव में उतार-चढ़ाव जारी है।
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बदलता मौसम
राजस्थान में लगातार बदलते मौसम का नकारात्मक प्रभाव स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। एसएमएस अस्पताल के पूर्व प्राचार्य और प्रोफेसर डॉ. रमन शर्मा के अनुसार, लगातार सक्रिय हो रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। इसके चलते वायरल संक्रमण, निमोनिया और हाइपोथर्मिया जैसी बीमारियों के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है।
स्वास्थ्य पर असर
मौसम में होने वाले उतार-चढ़ाव के कारण लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर पर बुजुर्ग, बच्चे और पहले से बीमार लोग ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि तापमान में लगातार बदलाव से सर्दी-जुकाम, बुखार और सांस संबंधी बीमारियां बढ़ रही हैं। ठंडी हवाओं के चलते हाइपोथर्मिया के मामलों में भी वृद्धि हो रही है।
किसानों पर प्रभाव
मौसम में बदलाव का असर किसानों पर भी पड़ सकता है। बारिश और ठंडी हवाओं से फसलों को नुकसान होने की संभावना है। विशेष रूप से गेहूं, सरसों और चने की फसलें प्रभावित हो सकती हैं। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, अगर बारिश अधिक होती है, तो इससे फसलों में नमी बढ़ जाएगी, जिससे उत्पादन पर असर पड़ सकता है।
सावधानी बरतने की जरूरत
मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। सर्दी से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें और ठंडी हवाओं से बचने का प्रयास करें। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने ठंड के प्रभाव को कम करने के लिए गर्म पेय पदार्थों का सेवन करने और खासतौर पर बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी है।
राजस्थान में मौसम में इस बदलाव के चलते अगले कुछ दिनों तक ठंड बढ़ सकती है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की जरूरत है।