राजस्थान विधानसभा में पौधारोपण घोटाले पर हंगामा !

Thursday, Feb 06, 2025-01:34 PM (IST)

"राजस्थान विधानसभा में पौधारोपण घोटाले पर हंगामा: जांच की उठी मांग, मंत्री का जवाब"

राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र के दौरान गुरुवार (6 फरवरी) को कांग्रेस विधायक सुरेश गुर्जर ने पौधारोपण से संबंधित सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि मंत्री द्वारा प्रस्तुत किए गए जीवित पौधों के आंकड़े वास्तविकता से परे हैं। सरकार ने झालावाड़ जिले में पांच वर्षों में 26 लाख से अधिक पौधे लगाए, जिनमें से 18 लाख पौधे जीवित हैं और 8 लाख पौधे खराब हो गए हैं। इस पर 13 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च की गई है। विधायक गुर्जर ने आरोप लगाया कि अधिकारियों द्वारा गलत आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं और वास्तव में केवल 10 प्रतिशत ही पौधे जीवित हैं।

"कैसे खराब हो जाते हैं इतने अधिक पौधे?"

विधायक गुर्जर ने सरकार से सवाल किया कि पौधों की उचित देखभाल सुनिश्चित करने के लिए अधिकारी किस प्रकार निरीक्षण करते हैं। यदि वे निरीक्षण कर रहे हैं, तो इतने अधिक पौधे खराब कैसे हो रहे हैं? उन्होंने सरकार से यह भी पूछा कि क्या दोषी अधिकारियों पर कोई कार्रवाई की जाएगी।

"तीन जांच एजेंसियों से पौधों की जांच कराएंगे"

वन राज्यमंत्री संजय शर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि सदस्य द्वारा उठाए गए सवाल से वे संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा, "आप कोई ऐसा तरीका बता दें जिससे आप संतुष्ट हो सकें।" मंत्री ने बताया कि समय-समय पर अधिकारियों द्वारा और थर्ड-पार्टी ऑडिटेशन के माध्यम से जांच कराई जाती है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि पौधों की जांच तीन प्रमुख एजेंसियों - सेंटर फॉर डेवलपमेंट कम्युनिकेशन एंड स्टडीज, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस्ट मैनेजमेंट, और एआरडी फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट से कराई जाएगी। इसके अलावा, सातों संभागों में ड्रोन तकनीक के माध्यम से भी जांच कराई जाएगी। यदि विपक्ष किसी अन्य एजेंसी से जांच कराने की सिफारिश करता है, तो वह भी मान्य होगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में 85 से 90 प्रतिशत पौधों को बचाने की कोशिश की जाएगी।

"एक भी आयुर्वेदिक पौधा जीवित नहीं है"

विधायक गुर्जर ने आगे कहा कि उनकी खानपुर विधानसभा के दो गांवों में आयुर्वेदिक पौधों का रोपण किया गया था। एक 30 हेक्टेयर में और दूसरा 50 हेक्टेयर में, लेकिन वर्तमान में एक भी आयुर्वेदिक पौधा जीवित नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सुरक्षा दीवार के लिए लगाए गए पत्थरों को रेंजर की मदद से हटा दिया गया है। उन्होंने मांग की कि इसकी जांच कराई जाए और यह देखा जाए कि कितने पौधे जीवित हैं और कितने नष्ट हो चुके हैं।

"हर घोटाले की जांच कराएगी भजनलाल सरकार"

वन राज्यमंत्री संजय शर्मा ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि यह पौधारोपण पिछली गहलोत सरकार के कार्यकाल में हुआ था। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के दौरान पेपर लीक से लेकर पौधारोपण तक हर स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है। मंत्री ने यह भी कहा कि भजनलाल सरकार इन सभी घोटालों की जांच कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

इस पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने अपनी सीट से खड़े होकर सवाल किया कि यह जांच कब तक पूरी होगी और क्या सरकार सभी घोटालों की जांच कराने में सक्षम है? इसके जवाब में वन राज्यमंत्री संजय शर्मा ने तीखा बयान देते हुए कहा, "नेता प्रतिपक्ष, आप अपनी कान की डाट खोलकर बैठिए। हम हर घोटाले की जांच कराएंगे।"

 


Content Editor

Liza Chandel

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News