नरेश मीणा की रिहाई के लिए महापंचायत की तैयारी
Saturday, Feb 08, 2025-12:08 PM (IST)
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राजस्थान विधानसभा उपचुनाव: नरेश मीणा की रिहाई के लिए महापंचायत की तैयारी
राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने टोंक जिले के समरावता गांव में एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारा था। इस घटना के बाद राजनीतिक हलकों में भारी हंगामा मच गया और प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 14 नवंबर को नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया। अब उन पर मुकदमा चल रहा है, लेकिन अभी तक उन्हें कोर्ट से जमानत नहीं मिल पाई है।
नरेश मीणा की रिहाई के लिए जयपुर में महापंचायत
नरेश मीणा के समर्थन में अब कांग्रेस नेता प्रह्लाद गुंजल खुलकर सामने आ गए हैं। उन्होंने 25 फरवरी को राजधानी जयपुर में महापंचायत आयोजित करने की घोषणा की है और इसके तहत राजस्थान विधानसभा का घेराव करने की योजना बनाई जा रही है। टोंक में शुक्रवार (7 फरवरी) को पहुंचे कांग्रेस नेता गुंजल ने इस मुद्दे पर तीखे राजनीतिक बयान दिए। उन्होंने कहा कि सरकार जानबूझकर नरेश मीणा की जमानत रोक रही है और उनकी रिहाई को लेकर उदासीन बनी हुई है। इस महापंचायत में भाजपा नेता किरोड़ी लाल मीणा समेत अन्य विपक्षी नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है।
सरकार पर साजिश रचने का आरोप
गुंजल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह नरेश मीणा की हत्या की साजिश रच रही है। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने कोर्ट में उनकी जमानत रोकने के लिए दो-दो डबल एजी खड़े किए हैं, ताकि किसी भी सूरत में जमानत न मिल सके। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर सरकार को नरेश मीणा से ऐसी क्या परेशानी है कि उनकी रिहाई में रोड़े अटकाए जा रहे हैं।
किरोड़ी लाल मीणा को आमंत्रण, विपक्षी दलों को आह्वान
गुंजल ने राजस्थान सरकार से नाराज चल रहे मंत्री किरोड़ी लाल मीणा से अपील की कि वह जनता के बीच आएं और इस महापंचायत में शामिल हों। उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी नहीं सुन रही है तो उन्हें जनता के समर्थन में खड़ा होना चाहिए। साथ ही, उन्होंने सभी विपक्षी पार्टियों के नेताओं से 25 फरवरी को जयपुर में होने वाली महापंचायत में शामिल होने का आह्वान किया है।
समरावता थप्पड़ कांड और हिंसा
13 नवंबर 2024 को देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव के दौरान मतदान के समय समरावता गांव के लोगों ने अपने गांव को उनियारा में शामिल करने की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार किया था। इसी दौरान नरेश मीणा गांव पहुंचे और उन्होंने प्रशासन पर जबरन मतदान कराने का आरोप लगाते हुए एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें धरना स्थल से गिरफ्तार कर लिया।
इस घटना के बाद इलाके में हिंसा और आगजनी हुई, जिसके चलते कई लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। हालांकि, सभी आरोपियों को जमानत मिल चुकी है, लेकिन नरेश मीणा अभी भी जेल में बंद हैं।