शहरी सेवा शिविर 2025: राजस्थान में पट्टों से लेकर हरित नगर तक, आमजन की जिंदगी बदली!
Saturday, Sep 27, 2025-08:13 PM (IST)

जयपुर । राजस्थान में इस बार सितम्बर का महीना सिर्फ बदलते मौसम का नहीं, बल्कि आमजन के जीवन में नई रोशनी लाने का गवाह बन रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में “शहरी सेवा शिविर 2025” जनकल्याण का ऐसा महाअभियान बन चुका हैं, जो सीधे जनता की उम्मीदों को हकीकत में बदल रहा है।
17 सितम्बर से प्रदेशभर में संचालित इन शिविरों में हजारों लोग वर्षों से अटके दस्तावेज, अधूरी उम्मीदें और लंबित प्रकरण लेकर आते हैं और उसी दिन समाधान पाकर मुस्कुराते चेहरों के साथ घर लौटते हैं। यही कारण है कि आज हर राजस्थानी इन शिविरों की सराहना कर रहा है।
शिविरों से बदल रही राजस्थान की सूरत
“शहरी सेवा शिविर 2025” में अब तक उल्लेखनीय परिणाम सामने आए हैं। इन शिविरों के माध्यम से 26 सितंबर तक लगभग 8 हजार 267 पट्टों का वितरण किया जा चुका है। धारा 69-ए के अन्तर्गत 768 परिवारों को पट्टों का हक मिला है, वहीं 587 अपंजीकृत पट्टों का पुनर्वैधीकरण कर उनका पंजीकरण किया गया है। कच्ची बस्ती नियमन के तहत 221 बस्तियों को कानूनी पहचान प्रदान की गई है, जबकि कृषि भूमि पर बसी स्वीकृत योजनाओं में 4 हजार 834 लोगों के पट्टे स्वीकृत किए गए हैं। इसके अलावा निकाय, न्यास एवं प्राधिकरण की स्वयं की योजनाओं के अन्तर्गत 941 पट्टे जारी किए गए हैं। पूर्व में जारी पट्टों के समर्पण के बाद 206 नए पट्टे पुनः जारी किए गए, साथ ही 455 प्रकरणों को लीज होल्ड से फ्री होल्ड में परिवर्तित किया गया। इसके अतिरिक्त 255 पट्टे स्टेट ग्रांट के तहत स्वीकृत हुए हैं। यह उपलब्धियाँ साबित करती हैं कि भजनलाल सरकार के नेतृत्व में राजस्थान ने जनकल्याण की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया है।
स्वच्छता, सुविधा और हरियाली की दिशा में ऐतिहासिक पहल
यह जनोपकारी अभियान केवल पट्टा वितरण तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि नगरों को स्वच्छ, सुगम और हरित बनाने की दिशा में भी राज्य सरकार ने बड़े कदम उठाए हैं। सड़क मरम्मत और सुधार के 1,792 प्रकरणों का निस्तारण हुआ है। जन्म, मृत्यु एवं विवाह पंजीयन से जुड़े 42 हजार 347 प्रकरणों का भी त्वरित समाधान किया गया है।
जनकल्याण योजनाओं में उल्लेखनीय उपलब्धियां
मुख्यमंत्री स्वनिधि योजना के 1 हजार 068 प्रकरण और प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के 813 प्रकरण स्वीकृत किए गए हैं। इसके साथ ही 1 हजार 702 नाला-नाली मरम्मत संबंधी प्रकरणों का निस्तारण किया गया। स्वच्छ और हरित नगरीय जीवन की ओर कदम बढ़ाते हुए अभियान के दौरान 55 हजार 222 पौधों का वृक्षारोपण भी किया गया है।
आमजन की आँखों में चमक
पाली निवासी नंदलाल बताते हैं कि 52 वर्ष से वह पैतृक घर का पट्टा मिलने का इंतजार कर रहे थे। “शिविर में अधिकारियों ने मेरी फाइल देखी और उसी समय पट्टा जारी कर दिया। आज पहली बार लगता है कि यह घर सचमुच मेरा है।” भजनलाल सरकार की प्राथमिकता है कि किसी भी परिवार को अपने हक और अधिकार के लिए वर्षों तक इंतजार न करना पड़े। “शहरी सेवा शिविर 2025” इसी संकल्प का प्रतीक हैं, जहाँ हर नागरिक को न्याय, सुविधा और सम्मान एक ही मंच पर मिल रहा है। इन शिविरों ने साबित कर दिया है कि सरकार और जनता जब साथ खड़े हों, तो बदलाव सिर्फ कागजों पर नहीं बल्कि जमीन पर भी दिखता है।