बांसवाड़ा में झमाझम बारिश से मौसम हुआ सुहावना, कुशलगढ़ में सर्वाधिक साढ़े 5 इंच बरसात
Monday, Jul 28, 2025-01:05 PM (IST)

बांसवाड़ा में झमाझम बारिश से मौसम हुआ सुहावना, कुशलगढ़ में सर्वाधिक साढ़े 5 इंच बरसात | माही बांध में जलस्तर बढ़ा, विद्युत गृह में बिजली उत्पादन शुरू
बांसवाड़ा, 27 जुलाई (मृदुल पुरोहित): राजस्थान के दक्षिणी जिले बांसवाड़ा में मानसून एक बार फिर मेहरबान होता दिखाई दिया है। शनिवार दोपहर से शुरू हुई मूसलधार बारिश ने जहां जिले के अधिकांश क्षेत्रों को भिगो दिया, वहीं जल स्रोतों में जलस्तर बढ़ाकर जल संकट से राहत की उम्मीद भी जगा दी है। विशेष रूप से कुशलगढ़ में रिकॉर्ड साढ़े 5 इंच (136 मिमी) बारिश दर्ज की गई, जिससे पूरे क्षेत्र में मौसम सुहावना हो गया।
रातभर चला बारिश का सिलसिला, ग्रामीण इलाकों में भी झमाझम
शनिवार दोपहर करीब 2 बजे से शुरू हुई बारिश का दौर रातभर जारी रहा। कहीं मूसलधार तो कहीं रिमझिम फुहारों ने लोगों को राहत की सांस दी। रविवार सुबह भी आसमान में बादलों ने डेरा डाल रखा था और दिन में कई स्थानों पर रुक-रुक कर बारिश होती रही। शहरी क्षेत्र के साथ-साथ जिले के ग्रामीण अंचलों में भी बारिश से वातावरण शुद्ध हुआ और तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
विभिन्न क्षेत्रों में दर्ज हुई बारिश की मात्रा
मौसम विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटों में कुशलगढ़ में सर्वाधिक 136 मिमी वर्षा हुई। इसके अलावा सज्जनगढ़ में 110 मिमी, भुंगड़ा में 84 मिमी, शेरगढ़ में 82 मिमी, सल्लोपाट में 80 मिमी, माही बांध क्षेत्र व जगपुरा में 77-77 मिमी, घाटोल में 55 मिमी, बांसवाड़ा मुख्यालय पर 51 मिमी, केसरपुरा में 40 मिमी, लोहारिया में 30 मिमी, दानपुर में 28 मिमी और बागीदौरा में 26 मिमी वर्षा दर्ज की गई। रविवार को दिन के दौरान घाटोल में 11 मिमी, बांसवाड़ा व गढ़ी में 7-7 मिमी, और बागीदौरा में 4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
माही बांध में तेजी से बढ़ा जलस्तर, कागदी बांध लबालब
लगातार हो रही वर्षा के कारण उदयपुर संभाग के सबसे बड़े माही बांध में जलस्तर में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। 281.50 मीटर की पूर्ण भराव क्षमता वाले इस बांध का जलस्तर रविवार रात 8 बजे तक 278.50 मीटर तक पहुंच गया, यानी अब केवल 3 मीटर जलभराव की गुंजाइश शेष रह गई है। इसके साथ ही बांसवाड़ा शहर का कागदी बांध भी लबालब हो गया है, जिसका जलस्तर 235.30 मीटर तक पहुंच गया है। प्रशासन ने एहतियातन इसके तीन गेट खोल दिए हैं ताकि अतिरिक्त पानी का निकास सुनिश्चित किया जा सके।
विद्युत गृह में बिजली उत्पादन हुआ प्रारंभ
जलस्तर में वृद्धि के साथ ही बांसवाड़ा स्थित विद्युत गृह क्रमांक 1 (पॉवर हाउस) में बिजली उत्पादन पुनः शुरू कर दिया गया है। माही बांध से अधिशेष जल प्रवाह को नियंत्रित रूप से कागदी पिकअप वियर की ओर छोड़ा गया है, जिससे जलस्तर का संतुलन बनाए रखा जा सके। विद्युत उत्पादन शुरू होने से क्षेत्र में ऊर्जा आपूर्ति बेहतर होने की संभावना भी बढ़ गई है।
बांसवाड़ा में हो रही लगातार बारिश ने जिले को हरा-भरा बना दिया है। जल स्रोतों में बढ़ती जल आवक, बांधों के लबालब होने और बिजली उत्पादन की बहाली से जहां प्रशासनिक स्तर पर राहत की स्थिति बनी है, वहीं आमजन के लिए भी यह बारिश गर्मी और जल संकट से निजात दिलाने वाली साबित हो रही है। यदि आगामी दिनों में वर्षा का यह सिलसिला जारी रहता है, तो जिले में कृषि कार्यों को भी काफी बल मिलेगा।