बिजली के स्मार्ट मीटर पर राजस्थान में सियासत तेज
Sunday, Jul 13, 2025-07:45 PM (IST)

बिजली के स्मार्ट मीटर पर राजस्थान में सियासत तेज
जयपुर । राजस्थान में बिजली का स्मार्ट मीटर लगाए जाने का मामला अब सूबे की सरकार के गले की फांस बनता जा रहा है. इस मुद्दे पर अब जमकर सियासत हो रही है. कांग्रेस पार्टी लोगों के घरों-दुकानों और दफ्तरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाने का जमकर विरोध कर रही है.स्मार्ट मीटर लगाए जाने के विरोध में राजधानी जयपुर में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने आज समर्थकों के साथ अनूठे अंदाज में विरोध जताया है.कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने आज शाम को घर से हनुमान मंदिर तक नंगे पैर पद यात्रा की. हनुमान मंदिर पहुंचकर वहां समर्थकों के साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यहां हनुमान चालीसा का पाठ कर राजस्थान सरकार की सद्बुद्धि के लिए बजरंगबली से प्रार्थना की.पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास नेइस मौके पर कहा कि बजरंग बली राजस्थान के लोगों के यहां जबरन स्मार्ट मीटर लगाए जाने वालों को सजा जरूर देंगे. वह उनका सही इलाज भी करेंगे. प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है कि पुराना मीटर खराब हुए बिना उसे बदला नहीं जा सकता. उपभोक्ता की मर्जी के बिना जबरन मीटर नहीं बदला जा सकता है. ऐसा करना नियम और कानून के खिलाफ है. पूर्व सीएम अशोक गहलोत के घर पर भी स्मार्ट मीटर लगा हुआ है. वैसे सरकार की तरफ से पहले ही कहा गया है कि स्मार्ट मीटर को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है और इसे लगाने का काम जारी रहेगा. राजस्थान सरकार प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाए जाने की प्रक्रिया को तेज़ी से आगे बढ़ा रही है। इसी क्रम में राजधानी जयपुर के वीआईपी क्षेत्रों में भी स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं। सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री आवास पर 180 किलोवाट व 40 किलोवाट के दो विद्युत कनेक्शनों पर स्मार्ट मीटर स्थापित किए गए। गुरुवार को उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा के सरकारी आवासों के साथ-साथ ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर के हॉस्पिटल रोड स्थित राजकीय आवास पर भी स्मार्ट मीटर लगाए गए। शुक्रवार को ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा, डिस्कॉम्स की चेयरमैन आरती डोगरा और राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम के प्रबंध निदेशक सिद्धार्थ सिहाग के गांधीनगर स्थित राजकीय आवासों पर भी स्मार्ट मीटर इंस्टॉल किए गए। इस पूरे मामलें पर ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर का कहना है कि स्मार्ट मीटर आज की टेक्नोलॉजी बेस्ड मीटर है। इसे ऐप के माध्यम से मोबाइल से कनेक्ट कर सकते हैं। मीटर में जो रीडिंग चल रही है, वह मोबाइल पर शो करेगी। इससे यह भी मालूम चल जाएगा, हमने कितनी यूनिट बिजली दिन में खर्च की, कितनी रात में। उपभोक्ता को मंथली बिल की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। उपभोग का डेटा उसके मोबाइल में रहेगा। इससे उपभोक्ता यह शिकायत नहीं कर सकता कि बिजली बिल ज्यादा आ रहा है।