एग्जीबिशन में पहली बार जयपुर के मंदिरों का पुराना स्वरूप होगा प्रदर्शित, 16 से 23 नवंबर तक होगी एग्जीबिशन, करीब 170 फोटो होंगी डिस्पले
Saturday, Nov 16, 2024-09:18 PM (IST)
जयपुर, 15 नवंबर, 2024 । जयपुर स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में राजस्थान टूरिज्म के तहत जयपुर हेरिटेज फोटो एग्जिबिशन के तीसरे सीजन का होटल आईटीसी राजपूताना की वेलकम आर्ट गैलेरी में उद्घाटन हुआ। मुख्य अतिथि सीईओ एंड मैनेजिंग डायरेक्टर, फर्स्ट इंडिया पवन अरोड़ा, मोती डूंगरी गणेश मंदिर महंत कैलाश शर्मा और होटल आईटीसी राजपूताना जनरल मैनेजर दीपेंद्र राणा ने एग्जीबिशन का उद्घाटन किया। यह एग्जीबिशन 16 से 23 नवम्बर तक आयोजित होगी। विजिटर्स के लिए एग्जीबिशन का समय सुबह 11 बजे से होगा और एंट्री सभी के लिए निशुल्क है।
विजिटर्स को एग्जीबिशन में पुराने और नए जयपुर की तस्वीरें देखने का अवसर प्राप्त होगा। इसमें जयपुर के हेरिटेज मॉन्यूमेंट्स, वॉल सिटी, मंदिर, फेस्टिवल, शहर की पुरानी गलियां, कल्चर की बेहद खूबसूरत तस्वीरे शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, एग्जीबिशन में कई विंटेज कैमरा भी डिस्प्ले होंगे। विंटेज तस्वीरों में पहली बार मोती डूंगरी गणेश मंदिर का पुराना स्वरूप,खोले के हनुमानजी, गोविंद देव मंदिर,ताड़केश्वर मंदिर ,जयपुर शहर की पुरानी चौपड़ का स्वरूप लोगों को देखने का अवसर मिलेगा। एग्जीबिशन में 80 से ज्यादा फोटोग्राफर भाग ले रहे हैं।
कार्यक्रम की संरक्षक रेणुका कुमावत ने बताया की इस एग्जीबिशन का उद्देश्य है कि जयपुर स्थापना दिवस पर जयपुर के कल्चर को सभी तक पहुंचाना और दिखाना है। जयपुर की विरासत देश-विदेश में काफी जानी जाती है, इसलिए आज के यूथ और आम लोगों तक जयपुर की खूबसूरत सुंदर तस्वीरों के जरिए दिखाया जाए और जयपुर के टूरिज्म को प्रमोट किया जाए।
आईटीसी राजपूताना के महाप्रबंधक दीपेंद्र राणा ने वेलकम आर्ट गैलरी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह कलाकारों की प्रतिभा का जश्न मनाने के लिए एक समर्पित स्थान है। आईटीसी राजपूताना कलाकारों के प्रदर्शन के लिए एक मंच प्रदान करता है और एक जीवंत समुदाय को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। हम लोगों को प्रेरित करने और जोड़ने की कला की शक्ति में विश्वास करते हैं, एक ऐसा वातावरण बनाने का प्रयास करते हैं, जहां रचनात्मकता पनपती है। आईटीसी राजपूताना न केवल हमारे मेहमानों के अनुभवों को बढ़ाता है, बल्कि व्यापक समुदाय को भी लाभ पहुंचाता है"