मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा बोले- नई आपराधिक संहिताएं बदलेंगी न्याय की परिभाषा

Sunday, Nov 02, 2025-06:50 PM (IST)

जयपुर । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि न्यायपालिका लोकतंत्र का वो मजबूत स्तम्भ है जो समाज में न्याय और समानता की अलख जगाता है। सशक्त न्याय व्यवस्था से ही नागरिकों में सुरक्षा का भाव आता है। उन्होंने कहा कि देश में लागू किए गए तीन नए आपराधिक कानूनों ने न्याय की परिभाषा को बदलने का काम किया है। प्रदेश में भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम को जमीनी स्तर पर लागू किया जा रहा है। जिससे न्याय प्रक्रिया में तेजी आई है और आने वाले समय में देश में अग्रणी राज्य होगा। 

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री निवास पर वीसी के माध्यम से जोधपुर में आयोजित बार कौंसिल ऑफ़ राजस्थान के नवनिर्मित भवन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि बार कौंसिल ऑफ़ राजस्थान के लिए नवनिर्मित भवन लोकतंत्र को और भी मजबूत करने का काम करेगा। आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित यह भवन वर्तमान की जरूरतों को पूरा करने के साथ ही, भविष्य की पीढ़ियों को भी मार्गदर्शन देगा।

जिला स्तर पर नई अदालतों का सृजन, नए जजों की नियुक्ति 
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि न्यायपालिका किसी भी राष्ट्र की रीढ़ होती है। हर व्यक्ति न्याय की आस लेकर कोर्ट-कचहरी में आता है। उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को सुलभ न्याय मिलने से ही विकास की यात्रा पूरा हो सकेगी। न्यायपूर्णता के साथ ही, विकास सार्थक होता है। बार कौंसिल आमजन की न्याय की आकांक्षाओं को पूरी करने का एक माध्यम है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आवश्यकता अनुसार जिला स्तर पर नई अदालतों का सृजन कर रही है। साथ ही नए जजों की नियुक्ति भी तीव्र गति से की जा रही है। उन्होंने कहा कि जनता के हित के कार्य हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अधिवक्ता कल्याण एवं बार कौंसिल के सुदृढ़ीकरण में सहयोग के लिए हमारी सरकार पूरी तरह से तैयार है।
     
लोगों का विश्वास न्याय व्यवस्था की सबसे बड़ी ताकत
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिवक्ता समाज के शिल्पकार होने के साथ ही न्याय व्यवस्था की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है, जिनकी तर्कशक्ति, आपका ज्ञान और आपकी प्रतिबद्धता ही न्याय का आधार है। अधिवक्ता लोगो के भरोसे के जीत की प्रतिमूर्ति हैं। लोगों का यह विश्वास और आस्था ही हमारी न्याय व्यवस्था की सबसे बड़ी ताकत है और जनता के इस विश्वास को मजबूत करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।

जोधपुर में आयोजित मुख्य समारोह में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस संदीप मेहता, जस्टिस विजय बिश्नोई, राजस्थान हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव प्रकाश शर्मा, न्यायाधीश जस्टिस डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह भाटी, महाधिवक्ता राजेंद्र प्रसाद, अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल भरत व्यास, बार काउंसिल ऑफ राजस्थान के चेयरमैन भुवनेश शर्मा, वाइस चेयरमैन देवेंद्र सिंह राठौड़, बार काउंसिल ऑफ इंडिया के को-चेयरमैन सुरेश चंद्र श्रीमाली सहित न्यायाधीशगण, बार कौंसिल के पदाधिकारी, वरिष्ठ अधिवक्तागण उपस्थित रहे। वहीं, बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा वीसी के माध्यम से जुड़े।


Content Editor

Kuldeep Kundara

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