बारां पुलिस का ऑपरेशन क्लीन स्वीप: नदी में छिपे बदमाशों को घेरा, इनामी हत्यारा आश्रम से पहुँचा जेल

Monday, Dec 29, 2025-07:41 PM (IST)

जयपुर। बारां एसपी अभिषेक अंदासु के निर्देशन में बारां सदर थाना पुलिस ने कानून व्यवस्था को लेकर दो बड़ी कार्यवाहियों को अंजाम दिया है। पुलिस ने जहाँ एक ओर आपसी रंजिश में फायरिंग करने वाले पांच शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया, वहीं दूसरी ओर पिछले तीन दशकों से साधु का वेश बनाकर रह रहे मध्यप्रदेश के एक सजायाफ्ता हत्यारे को दबोच कर सलाखों के पीछे पहुँचाया है।

 

एसपी अंदासु ने बताया कि 14 दिसंबर को हाऊसिंग बोर्ड निवासी नवीन पांचाल को बातचीत के बहाने बड़ा बालाजी बुलाया गया था। वहाँ कपिल मीणा, विकास उर्फ बबलू और उनके साथियों ने पुरानी रंजिश के चलते नवीन और उसके साथी राहुल पर फायरिंग कर दी, जिसमें नवीन घायल हो गया। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।

 

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश चौधरी के सुपरविजन में गठित टीम ने तकनीकी विश्लेषण और जमीनी सूचनाओं के आधार पर आरोपियों का पीछा किया। पुलिस ने घेराबंदी कर कपिल मीणा, विकास उर्फ बबलू, रितेश गुर्जर, चंचल सिंह निवासी उल्थी और हेमंत गुर्जर निवासी सायगढ़ थाना सदर को पार्वती नदी के पास से डिटेन किया। हथियार बरामदगी के लिए पुलिस ने आरोपियों को रिमांड पर लिया है।

 

बारां पुलिस ने मध्यप्रदेश पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर एक ऐसे अपराधी को पकड़ा है जो 30 वर्षों से अपनी पहचान बदलकर रह रहा था। आरोपी रामभरोस सिंह शिकारी निवासी अशोकनगर म.प्र. साल 1993 के एक हत्या के मामले में वांछित था। उच्च न्यायालय ग्वालियर द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद से ही वह फरार चल रहा था।

 

एसपी अंदासु ने बताया कि आरोपी रामभरोस बारां के हीकड़ गांव में नदी किनारे एक आश्रम में साधु का वेश बनाकर सेवा-पूजा कर रहा था, ताकि किसी को उस पर शक न हो। थानाधिकारी हीरालाल की टीम ने उसे गिरफ्तार कर मध्यप्रदेश पुलिस के सुपुर्द कर दिया है।

 

इन दोनों महत्वपूर्ण कार्यवाहियों में थानाधिकारी हीरालाल, एएसआई लक्ष्मीचन्द, अब्दुल फरीद, कांस्टेबल राकेश, सुशील, रोहिताश्व, सुरेश और रामबाबू की विशेष भूमिका रही।


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Anil Jangid

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