महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय का पांचवां दीक्षांत समारोह 29 जुलाई को !
Thursday, Jul 24, 2025-05:05 PM (IST)

महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय का पांचवां दीक्षांत समारोह 29 जुलाई को, तैयारियां जोर पर
डीग, 24 जुलाई 2025: महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय (MSBU) भरतपुर अपने पांचवें दीक्षांत समारोह की तैयारियों में जुटा हुआ है, जो 29 जुलाई को आयोजित होने जा रहा है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर त्रिभुवन शर्मा ने समारोह की व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने के लिए आज सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक ली और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
प्रोफेसर शर्मा ने बताया कि मानसून के मौसम को ध्यान में रखते हुए, दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन भरतपुर स्थित ऑडिटोरियम में किया जाएगा। इस गरिमामय समारोह में राजस्थान के महामहिम राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। उनके साथ उपमुख्यमंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमचंद वेरवा भी उपस्थित रहेंगे, जो छात्रों का उत्साहवर्धन करेंगे।
यह दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जहां उन मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने अपने अकादमिक प्रदर्शन में उत्कृष्टता हासिल की है। कुलपति ने जानकारी दी कि विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले विभिन्न महाविद्यालयों के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उनकी कड़ी मेहनत, लगन और अकादमिक क्षेत्र में उनकी असाधारण उपलब्धियों का प्रतीक होगा।
बैठक के दौरान, कुलपति प्रोफेसर त्रिभुवन शर्मा ने समारोह की प्रत्येक बारीकी पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने व्यवस्थाओं से जुड़े सभी पहलुओं जैसे अतिथियों के आगमन, बैठने की व्यवस्था, सुरक्षा प्रबंध, प्रमाण पत्र वितरण प्रक्रिया और अन्य लॉजिस्टिक सपोर्ट की समीक्षा की। उनका मुख्य जोर यह सुनिश्चित करने पर था कि दीक्षांत समारोह सुचारू और सफलतापूर्वक संपन्न हो।
इस महत्वपूर्ण बैठक में विश्वविद्यालय के कार्यवाहक रजिस्ट्रार च्यवन सिंह जोरावल, उप रजिस्ट्रार अरुण कुमार पांडे, प्रशांत कुमार, फरवट सिंह सहित विश्वविद्यालय के अन्य प्रमुख अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर समारोह को सफल बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। यह दीक्षांत समारोह न केवल छात्रों की उपलब्धियों का जश्न मनाएगा, बल्कि विश्वविद्यालय के अकादमिक कैलेंडर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव भी साबित होगा।