जुगाड से चल रहे बारां, शाहाबाद कृषि कॉलेजों की स्थिति, कार्यवाहक प्रिंसिपल के भरोसे
Monday, Aug 18, 2025-03:55 PM (IST)

जुगाड से चल रहे बारां, शाहाबाद कृषि कॉलेजों की स्थिति, कार्यवाहक प्रिंसिपल के भरोसे
बारां, 18 अगस्त (दिलीप शाह)। राजस्थान के बारां जिले में 2022 में बारां समेत शाहाबाद में खोले गए दो कृषि कॉलेजों के भवन भले ही बनकर तैयार हो गए हैं, लेकिन जुगाड की व्यवस्था पर संचालित दोनो कृषि कॉलेजों की स्थिति तीन साल बाद भी चिंताजनक है। हालात यह है कि इन कॉलेजों में नियमित प्रोफेसर ही नहीं है। यद्यपि बारां जिला मुख्यालय पर कृषि कॉलेज वैसे तो राजकीय स्नातकोत्तर कॉलेज के कन्या छात्रावास में चलाया जा रहा है। जबकि शाहाबाद का कॉलेज केलवाड़ा के कॉलेज में संचालित है। लेकिन यह दोनों कृषि कॉलेज कार्यवाहक प्रिंसिपल के भरोसे पर ही हैं। प्रोफेसरों के स्वीकृत 29 पदों पर रिक्तता के चलते नियमित पढ़ाई नहीं हो पा रही। सूत्रानुसर बारां राजकीय स्नातकोत्तर कॉलेज के प्रिंसिपल राजेंद्र कुमार मीणा के पास ही कृषि कॉलेज का चार्ज है। जिन्होंने 200 विद्यार्थियों की कुल संख्या में संविदा पर दो प्रोफेसरों को लगा रखा है। ऐसा ही हाल केलवाड़ा कृषि कॉलेज का है। उधर, छात्र छात्राओं का कहना है कि सत्र के शुरुआत में बारां कॉलेज में तो दो लेक्चरर थे। उसके बाद कोई नियमित लेक्चरर नहीं मिला। कॉलेज में नियमित कक्षाएं भी नहीं लग पाती इसके कारण स्वयं ही पढ़ाई करनी पड़ती है।
कृषि कॉलेज भवन तैयार, स्टॉफ की दरकार
नये कृषि कॉलेजों को खोलने की घोषणा के तहत बारां जिले के बारां तथा शाहबाद में कृषि कॉलेज खुल तो गए लेकिन स्टॉफ का टोटा शुरुआत से ही जारी है। यहां 29 पद लेक्चरर के स्वीकृत है मगर कॉलेज ही कार्यवाहक प्रिंसिपल से चल रहा है। ऐसे में नए भवन में शिफ्ट होने पर स्टाफ की जरूरत होगी। बता दें कि बारां में कॉलेज भवन के लिए समसपुर तथा शाहाबाद में नेशनल हाईवे के खुशियारा में चयनित भूमि पर इन भवनों का निर्माण कार्य पूरा हो गया है।