उदयपुर में काम पर लौटे रेजिडेंट, संघर्ष रखेंगे जारी

Monday, Jun 30, 2025-10:34 AM (IST)

उदयपुर, 30 जून (पंजाब केसरी): रवींद्रनाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज (RNT) के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने 11वें दिन कार्य बहिष्कार वापस ले लिया और आपातकालीन सेवाएं बहाल हो गईं, किन्तु डॉ. रवि शर्मा को न्याय दिलाए जाने की लड़ाई जारी रखने का निर्णय लिया है। खेरवाड़ा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सेवारत चिकित्सक डॉ. रवि शर्मा की मौत आरएनटी मेडिकल कॉलेज के दिलशाद हॉस्टल में वाटर कूलर से लगे करंट से हो गई थी और तब से रेजिडेंट डॉक्टर्स पर हड़ताल पर चल रहे थे। जिसके चलते महाराणा भूपाल सहित मेडिकल कॉलेज से जुड़े सभी छह अस्पतालों में चिकित्सकीय सेवाएं बुरी तरह प्रभावित थीं। रेजिडेंट डॉक्टर्स ने आम जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सेवा पर लौटने का निर्णय लिया है और रविवार रात आठ बजे वह काम पर लौट आए। सोमवार से संभाग के सबसे बड़े महाराणा भूपाल अस्पताल सहित सभी संघटक छहों अस्पतालों की सेवाएं नियमित हो जाएंगी और मरीजों को राहत मिलेगी। पिछले 11 दिनों से रेजिडेंट की हड़ताल के चलते 700 से अधिक ऑपरेशन टल गए थे और हजारों मरीजों को बिना उपचार के लौटना पड़ रहा था। हालांकि इस बीच मेडिकल कॉलेज के शिक्षक चिकित्सकों ने मरीजों को नियमित उपचार देने की कोशिश की थी। इधर, उदयपुर रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. दीपेन्द्र सेवदा और महासचिव डॉ. हितेश शर्मा का कहना है कि उनका संघर्ष अभी जारी है। सभी रेजिडेंट डॉक्टर काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जारी रखेंगे। उनकी मांग दिवंगत डॉक्टर रवि शर्मा को न्याय दिलाने, इसके लिए दोषियों पर कार्रवाई और हॉस्टल की विद्युत सहित अन्य व्यवस्थाओं में सुधार और हॉस्टल्स को सुरक्षित बनाए जाने की है।  
रेजिडेंट ने रविवार को लगाई समानान्तर ओपीडी
आरएनटी मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टर्स ने रविवार को प्रिंसिपल प्रशासनिक भवन के बाहर टेबल लगाकर वैकल्पिक ओपीडी शुरू की। मेडिसिन, पीडियाट्रिक, गायनोकॉलोजी, सर्जरी, ऑर्थोपेडिक और ईएनटी सहित विभिन्न विभागों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने यहां मरीजों को देखा। पहले दिन कई मरीजों ने यहां पहुंचकर उपचार प्राप्त किया। पूर्व में यह ओपीडी एमबी हॉस्पिटल के आउटडोर परिसर के बाहर संचालित की जा रही थी, लेकिन बारिश के कारण इसका स्थान बदलकर प्रशासनिक भवन के सामने कर दिया गया। रेजिडेंट्स ने बताया कि मुख्य ओपीडी परिसर में मौजूद उनके साथी मरीजों को पैरेलल ओपीडी की जानकारी देकर मार्गदर्शन कर रहे हैं, ताकि मरीजों को अनावश्यक भीड़ और कतारों से राहत मिल सके।
प्रशासन मौन, हॉस्टल में डर का माहौल
रेजिडेंट यूनियन के महासचिव डॉ. हितेष शर्मा ने बताया कि प्रशासन छात्रों की समस्याओं को लेकर उदासीन है। उन्होंने कहा कि हॉस्टल में लगातार करंट के झटकों से भय का वातावरण बन गया है। कई रेजिडेंट्स हॉस्टल छोड़कर अपने मित्रों और रिश्तेदारों के यहां रह रहे हैं। स्थिति यह है कि वाटर कूलर से कोई पानी नहीं पी रहा और बाहर से कैम्फर बुलाकर पीने की मजबूरी हो गई है।
राज्यभर से मिल रहा समर्थन
रेजिडेंट एसोसिएशन का दावा है कि रेजिडेंट्स की हड़ताल को प्रदेशभर से समर्थन मिल रहा है। सेवारत चिकित्सक संघ ने भी आंशिक कार्य बहिष्कार करते हुए दो-दो घंटे काम नहीं करने का निर्णय लिया है, जिससे सीएचसी और पीएचसी स्तर पर सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। जोधपुर, अजमेर, कोटा, जयपुर सहित कई मेडिकल कॉलेजों की रेजिडेंट यूनियन ने उदयपुर रेजिडेंट्स का समर्थन किया है। रेजिडेंट्स ने चेताया कि यदि प्रशासन ने जल्द समाधान नहीं निकाला, तो विरोध और तेज होगा।
स्वास्थ्य सचिव से वार्ता, नहीं मिला ठोस आश्वासन
शनिवार को जयपुर में स्वास्थ्य सचिव से हुई बातचीत से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला, जिससे रेजिडेंट्स में निराशा फैल गई। रविवार को भी नए सिरे से उनसे वार्ता हुई लेकिन कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल पाया।
एफएसएल रिपोर्ट आज मिलने की उम्मीद
रेजिडेंट एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि डॉ. रवि के शव का जयपुर से आई मेडिकल बोर्ड की टीम ने दोबारा पोस्टमार्टम किया था। जिसकी एफएसएल रिपोर्ट सोमवार को मिलने की उम्मीद है। उनका कहना है कि रिपोर्ट मिलने के बाद उन्हें न्याय की उम्मीद है।


Content Editor

Kailash Singh

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News