उदयपुर में चारपाई पर बैठने से मना करना बन गया मौत का कारण

Friday, Jun 06, 2025-01:15 PM (IST)

देवगढ़, 6 जून (पंजाब केसरी) : देवगढ़ थाना क्षेत्र की मंडावर ग्राम पंचायत के डुंगावतों की गुवार में वृद्ध महिला की हत्या कर शव जलाने के सनसनीखेज मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस वारदात में शामिल दो नाबालिग बहनों को निरुद्ध किया गया है।पुलिस के अनुसार, दोनों बहनें वृद्धा के घर पहुंचीं थीं। वहां वह महिला खाट पर बैठी थी, इसी दौरान दोनों बहनें भी उसी खाट पर बैठ गईं। इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। बताया गया कि वृद्धा ने लाठी से मारने का प्रयास किया, लेकिन बहनों ने लाठी को रोकने की कोशिश की, जिससे वृद्धा असंतुलित होकर नीचे गिर गई और सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मृत्यु हो गई। घटना से घबराई बहनों ने टीवी पर देखे गए क्राइम शोज़ से प्रेरित होकर शव को जलाकर सबूत मिटाने की कोशिश की। शव को घसीटकर पास के बाड़े में ले जाकर घास और कांटे डालकर जलाया, लेकिन एक हाथ अधजला रह गया और बाहर निकलने से पूरे मामले का खुलासा हुआ। देवगढ़ थानाधिकारी अनिल कुमार और महिला थाना प्रभारी संगीता बंजारा के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन कर एफएसएल और आईबी टीम की सहायता से साक्ष्य एकत्र किए गए। एक किशोरी की गतिविधियों पर संदेह होने पर जब उससे पूछताछ की गई तो पहले वह गुमराह करती रही, लेकिन बाद में टूट गई और सारा घटनाक्रम स्वीकार कर लिया। राजसमंद के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेंद्र पारीक का कहना है कि महिला की हत्या का खुलासा कर पुलिस ने दो नाबालिगों को निरुद्ध किया है। पूरे मामले में पूछताछ और अनुसंधान जारी है, जिससे आगे के तथ्य सामने आएंगे और पूरी वारदात की सच्चाई स्पष्ट होगी। गौरतलब है कि 1 जून को डुंगावतों की गुआर निवासी शेर सिंह रावत ने राजकीय चिकित्सालय देवगढ़ की मोर्चरी में रिपोर्ट दी थी कि 31 मई को उनके भतीजे संतोष सिंह, गणेश सिंह और लाल सिंह को मनोहर सिंह नामक युवक अपने घर ले गया था, जहां उसके घर के पीछे बने बाड़े में खुदे गड्ढे में एक पंजा बाहर निकला हुआ मिला। जब मौके पर मिट्टी हटाई गई तो एक अधजली महिला की लाश मिली, जिसकी पहचान शेरसिंह ने अपनी पत्नी सोहनी देवी के रूप में की। शव से दाएं हाथ और दोनों पैर घुटनों के नीचे से गायब थे, जबकि बाएं हाथ में कड़ा और जली हुई चूड़ियां थीं।
 


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Kailash Singh

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