स्व. स्वदेश कुमारी चोपड़ा की 10वीं पुण्यतिथि के मौके पर हुआ हेल्थ चेकअप और ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन
Sunday, Jul 06, 2025-04:51 PM (IST)

जब कोई जीवन में हमें छोड़कर चला जाता है, तब उसे सच्ची श्रद्धांजलि केवल स्मरण या फूलों से नहीं, बल्कि समाज के प्रति उसकी सेवा भावना को आगे बढ़ाकर दी जा सकती है। यही उद्देश्य लेकर पंजाब केसरी राजस्थान ने स्व. स्वदेश कुमारी चोपड़ा की पुण्य स्मृति में एक भव्य निशुक्ल मेडिकल चेकअप और रक्तदान शिविर का आयोजन किया। यह आयोजन न सिर्फ श्रद्धांजलि का प्रतीक था, बल्कि समाज सेवा और मानवीय मूल्यों की एक जीवंत मिसाल भी बना।
स्व. स्वदेश कुमारी चोपड़ा, पंजाब केसरी समूह के प्रधान संपादक विजय चोपड़ा की धर्मपत्नी रही हैं, जिनकी दसवीं पुण्यतिथि पर यह आयोजन समर्पित रहा। उनकी स्मृति में पूरे देशभर में सेवा के कार्य किए जा रहे हैं। राजस्थान में यह सेवा शिविर जयपुर के विभिन्न स्थानों पर आयोजित किया गया, जिसमें विशेष फोकस हेल्थ चेकअप पर रहा। साथ ही ब्लड डोनेशन कैंप भी आयोजित किया गया, जिसने इस प्रयास को और भी व्यापक और मानवीय बना दिया।
सेवा का केंद्र बना मानसरोवर - मेडिकल कैंप में 256 लोगों का चेकअप
जयपुर के मानसरोवर क्षेत्र स्थित गोपेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित निःशुल्क हेल्थ चेकअप कैंप में 256 से अधिक लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। शिविर में बीपी, शुगर, ईसीजी, हेमोग्लोबिन, और सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण की सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध कराई गईं। हेल्थ चेकअप कैंप में पहुंचे लोगों को व्यक्तिगत परामर्श भी दिया गया, जिससे उन्हें अपनी दिनचर्या, आहार और जीवनशैली में सुधार के लिए व्यावहारिक सुझाव मिल सके। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने इस शिविर में भाग लिया और सेवा के इस अद्भुत प्रयास को सफल बनाया। इस तरह के आयोजन ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के उन लोगों के लिए वरदान सिद्ध होते हैं जो किसी वजह से नियमित स्वास्थ्य जांच नहीं करवा पाते।
रक्तदान में भी दिखा जनसहयोग, 105 यूनिट रक्त एकत्रित
स्वास्थ्य शिविर के साथ-साथ रक्तदान शिविर भी आयोजित किया गया जिसमें कुल 105 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। यह रक्त संग्रहण सिर्फ एक संख्या नहीं बल्कि जीवन रक्षक सेवा का प्रतीक है। जयपुर के गुरुकुल ब्लड बैंक में यह शिविर पंजाब केसरी समूह और गुरुकुल संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ। बड़ी संख्या में युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने इसमें भाग लिया। कई लोगों ने पहली बार रक्तदान कर समाज सेवा के इस अभियान से जुड़ाव महसूस किया। ब्लड डोनेशन से न केवल आपातकालीन स्थितियों में जरूरतमंद मरीजों को जीवनदान मिलता है, बल्कि यह समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी और संवेदनशीलता को भी दर्शाता है।
लोगों की सेवा ही सच्ची श्रद्धांजलि
स्व. स्वदेश कुमारी चोपड़ा को श्रद्धांजलि देने का यह तरीका समाज में सकारात्मक ऊर्जा और बदलाव का वाहक बन रहा है। जयपुर में आयोजित यह हेल्थ और ब्लड डोनेशन कैंप ना केवल एक स्मृति आयोजन था, बल्कि यह एक प्रेरणादायक सामाजिक आंदोलन था, जिसने सैकड़ों लोगों को स्वास्थ्य, सेवा और सामाजिक जिम्मेदारी का महत्व सिखाया। पंजाब केसरी समूह की यह पहल आने वाले समय में और भी क्षेत्रों में सेवा शिविरों को विस्तार देने की दिशा में है। इस कार्य से उन लोगों को भी लाभ मिलेगा जो अब तक स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रहे हैं।
एक संदेश, जो हर दिल तक पहुँचा
यह आयोजन एक सामाजिक संदेश भी लेकर आया "सेवा का कोई विकल्प नहीं होता।" जब समाज में कोई संस्था अपनी जिम्मेदारियों को समझकर इस प्रकार के प्रयास करती है, तब वह ना केवल लोगों की जरूरतें पूरी करती है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मार्गदर्शक उदाहरण भी प्रस्तुत करती है। पंजाब केसरी समूह की यह पहल स्व. स्वदेश कुमारी चोपड़ा के जीवन के उन मूल्यों को जीवंत रखती है जो उन्होंने आजीवन आत्मसात किए थे - सेवा, सहानुभूति और समर्पण।
आगामी समय भी किए जाएंगे ऐसे आयोजन
पंजाब केसरी समूह ने यह घोषणा भी की कि आने वाले समय में राजस्थान के अन्य जिलों में भी ऐसे शिविर आयोजित किए जाएंगे। इनका उद्देश्य समाज के हर वर्ग तक स्वास्थ्य और सेवा पहुंचाना है। संस्थान की योजना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल हेल्थ वैन के माध्यम से निःशुल्क जांच सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाए। इस पहल को और अधिक व्यापक बनाने के लिए विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों और अस्पतालों के साथ साझेदारी की भी योजना है। जयपुर में आयोजित यह हेल्थ और ब्लड डोनेशन कैंप ना केवल स्वास्थ्य सेवा का माध्यम था, बल्कि यह समाज के प्रति एक आदर्श उत्तरदायित्व की भावना को भी उजागर करता है। स्व. स्वदेश कुमारी चोपड़ा की स्मृति में यह आयोजन इस बात का प्रमाण है कि जब श्रद्धांजलि सेवा के माध्यम से दी जाती है, तो उसका असर समाज के हर कोने तक जाता है। यह सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि एक आंदोलन है — सेवा का, सद्भाव का और मानवता का।