275 करोड़ खर्च कर बनाया रामसेतु ब्रिज बंद:कल अगली सुनवाई, ट्रैफिक कंट्रोल करना आज पुलिस की बड़ी जिम्मेदारी
Thursday, Jul 10, 2025-06:32 PM (IST)

जयपुर, 10 जुलाई 2025 । अजमेर के लिए लाइफ लाइन माने जाने वाले एलिवेटेड रोड (रामसेतु) के सड़क धंसने के मामले में लगाई गई जनहित याचिका पर कोर्ट ने सुनवाई करते हुए 11 जुलाई तक ब्रिज पर आवागमन बंद करने के आदेश दिए। बुधवार देर शाम जिला कलेक्टर के आदेश पर ब्रिज की चारों भुजाओं को बंद कर दिया गया। आवागमन कल तक बंद रखा गया है।
ऐसे में शहर में यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। कचहरी रोड, आगरा गेट-फव्वारा से रेलवे स्टेशन व मार्टिडल ब्रिज तक वाहन रैंग रहे हैं। करीब दो किलोमीटर इस दूरी में काफी समय की बरबादी हो रही है। यहां का ट्रेफिक कंट्रोल करना भी पुलिस के लिए परेशानी साबित हो रहा है।
गौरतलब है कि ब्रिज में तकनीकी खामियों को लेकर जितेश धनवानी और मुकेश पुरी की ओर से जनहित याचिका पेश की गई है। सिविल न्यायाधीश पश्चिम कोर्ट के पीठासीन अधिकारी मनमोहन चंदेल ने याचिका पर सुनवाई करते हुए स्मार्ट सिटी के सीईओ और एसीईओ नगर निगम आयुक्त को नोटिस जारी का जवाब तलब किया था।
यह छठा बड़ा प्रोजेक्ट जिस पर उठे सवाल, 400 करोड़ पानी में
शहर में स्मार्ट सिटी के करीब 400 करोड़ के प्रोजेक्ट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए। एलिवेटेड रोड छठा प्रोजेक्ट है जिसकी गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं। करीब 275 करोड़ के इस प्रोजेक्ट पर आरएसआरडीसी के जिम्मेदार अधिकारियों ने गंभीरता नहीं बरती।
सवा 2 साल बाद ट्रैफिक का संचालन बंद
कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हाथों उद्घाटन के सवा दो साल बाद इस रोड से ट्रैफिक का संचालन आखिरकार बंद हो गया। ब्रिज के नीचे वाहनों का लोड कम करने के लिए व्यापारी संगठनों से भी ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने चर्चा की है। इस रोड पर कम से कम वाहनों का उपयोग करने की अपील की गई है। एलिवेटेड के नीचे ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए अतिरिक्त जाब्ता भी तैनात कर दिया गया है।
कलेक्टर ने 10 दिन में मांगी रिपोर्ट
एलिवेटेड रोड (रामसेतु) निर्माण की तकनीकी जांच मालवीय नेशनल इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट की टीम करेगी। कलेक्टर एवं स्मार्ट सिटी सीईओ लोकबंधु ने इसके लिए एमएनआईटी को पत्र लिख दिया।
एमएनआईटी तकनीकी जांच कर 10 दिन में अपनी टेक्निकल रिपोर्ट देगी। एलिवेटेड रोड की जांच में एनएचएआई के एक्सपर्ट भी सहयोग देंगे। रामसेतु के निर्माण पर करीब 275 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। इसके ब्यूटीफिकेशन पर करीब 10 करोड़ रुपए और खर्च किए जाने की योजना है।
महावीर सर्किल के पास एलिवेटेड की एक भुजा पर सड़क धंसने के बाद अन्य जगहों पर हुई जांच में गड़बड़ियां सामने आई हैं। सड़क धंसने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। इस पर यातायात का संचालन खतरनाक हो सकता है। उद्घाटन के 2 साल बाद ही एलिवेटेड रोड ढहने की कगार पर है।