कोटपूतली-बहरोड़ पुलिस और न्यायपालिका का क्विक एक्शन: चोरी के मामले में महज 10 दिन में मुल्जिम को सुनाई जेल की सजा
Thursday, Dec 25, 2025-03:39 PM (IST)
जयपुर । कोटपूतली-बहरोड़ जिले में अपराध नियंत्रण और त्वरित न्याय प्रणाली को लेकर एक नई मिसाल पेश की गई है। नवपदस्थापित जिला एवं सत्र न्यायाधीश रवि शर्मा और पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार बिश्नोई के बीच हुई हालिया बैठक के सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। बैठक में न्यायाधीश ने सुझाव दिया था कि चोरी के मामलों में चार्जशीट के साथ ही मुल्जिम को पेश किया जाए, ताकि त्वरित विचारण फास्ट ट्रेक ट्रायल) के जरिए अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जा सके।
मात्र 5 दिन के भीतर ट्रायल पूरा, मुल्जिम को 2 साल की जेल
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नाजिम अली खान ने बताया कि थाना पनियाला में दर्ज चोरी के एक प्रकरण में पुलिस और न्यायालय ने अद्भुत सक्रियता दिखाई। गोनेडा निवासी ख्यालीराम की मोटरसाइकिल चोरी करने के आरोपी बिल्लू उर्फ सतवीर को पनियाला पुलिस ने 14 दिसंबर 2025 को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने त्वरित अनुसंधान करते हुए मात्र 5 दिन के भीतर 19 दिसंबर को न्यायालय में आरोप पत्र पेश कर दिया। न्यायालय ने 20 दिसंबर को आरोप तय किए और 22 दिसंबर से गवाही शुरू कर 24 दिसंबर को अपना फैसला सुना दिया।
एसीजेएम सिमरन कौर ने सुनाया फैसला, लगा जुर्माना
अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट क्रम संख्या-1 कोटपूतली की न्यायाधीश सिमरन कौर ने त्वरित सुनवाई करते हुए अभियुक्त बिल्लू उर्फ सतवीर निवासी पचेरी कलां झुंझुनू को दोषी करार दिया। न्यायालय ने अपने निर्णय में अभियुक्त को 2 वर्ष के साधारण कारावास और 5000/- रुपये के जुर्माने से दंडित किया। जुर्माना अदा न करने पर मुल्जिम को एक माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा।
नवीन कानून और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की अहम भूमिका
इस प्रकरण की सफलता में नए आपराधिक कानून (बीएनएस) के प्रावधानों का प्रभावी उपयोग किया गया। हेड कांस्टेबल देवेन्द्र कुमार ने अनुसंधान के दौरान इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों का संकलन किया, जिसकी न्यायालय ने भी सराहना की। आधुनिक तकनीक और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर तैयार की गई मजबूत चार्जशीट ने अपराधी को सजा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
एसपी विश्नोई ने स्पष्ट किया है कि कोटपूतली-बहरोड़ जिले में अब चोरों और अपराधियों के खिलाफ पुलिस, अभियोजन और न्यायपालिका एक संयुक्त रणनीति के तहत कार्य कर रहे हैं। इस मामले में मिली त्वरित सफलता ने यह साफ कर दिया है कि जिले में अब चोरी के प्रकरणों में आरोपियों को शीघ्र दस्तयाब कर, जल्द से जल्द सजा दिलवाकर जेल भेजने की प्रक्रिया जारी रहेगी।
