दौसा उपचुनाव में हार के पीछे किरोड़ी लाल मीणा ने बताया षडयंत्र, कहा- सबूतों के साथ खोलूंगा राज!
Saturday, Nov 30, 2024-02:30 PM (IST)
राजस्थान उपचुनाव 2024 के नतीजे इस बार वाकई चौंकाने वाले रहे। इन उपचुनावों में बीजेपी तो जीत मिली, मगर कई दिग्गजों का हाथ भी खाली रह गए। चाहे फिर वो किरोड़ीलाल मीणा हो या फिर हनुमान बेनीवाल हो। ओला परिवार के गढ़ में भी भाजपा ने सेंध लगाई है। रामगढ़ में भी भाजपा उलटफेर करने में सफल रही है। 7 सीटों में 5 सीट पर भारतीय जनता पार्टी को सफलता मिली। मगर दौसा विधानसभा सीट, जहां पर कैबिनेट मिनिस्टर डॉ किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा ने चुनाव लड़ा, वहां बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा। कहने को तो दौसा किरोड़ी लाल मीणा का गढ़ माना जाता है, खुद किरोड़ी लाल मीणा को भी यहां से काफी उम्मीदें थी। मगर नतीजे मनमाफिक नहीं मिले। कांग्रेस प्रत्याशी डीसी बैरवा के सामने किरोड़ी के भाई जगमोहन मीणा को उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा।
सोशल मीडिया पर बयां किया था हार का दर्द!
भाई जगमोहन की हार के बाद किरोड़ी लाल मीणा सोशल मीडिया पर काफी मुखर भी हुए। नतीजों के कुछ देर बाद ही किरोड़ी लाल मना ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा था कि "गैरों में कहां दम था, मुझे तो सदा ही अपनों ने ही मारा है।" अपनी इस पोस्ट में उन्होंने कुछ जयचंदों का जिक्र भी किया। इसके कुछ दिन बाद एक बार फिर शायराना अंदाज में सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर उनकी एक पोस्ट आती है। जिसमें वे लिखते है कि "खेला हूँ मैं सदा आग से, अंगारों के गांव में। मैं पलता फलता आया जहरीली फुफकारों की छाँव में। इतने कांटे चुभे कि तलवे मेरे छलनी हो गये।"
'सबूतों के साथ मीडिया के सामने आऊंगा'
वहीं अब किरोड़ी लाल मीणा का एक और बड़ा बयान सामने आया है। शुक्रवार को जयपुर में एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में दौसा उपचुनाव में भाई की हार के बाद मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने बड़ा बयान दिया है। इंटरव्यू के दौरान किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि चुनावी घाव से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता, लेकिन हारें ज्यादा है, इस बार मैं षड्यंत्र का शिकार हुआ हूं। उन्होंने कहा कि कौन जयचंद है इसको लेकर पूरे प्रमाण के साथ मीडिया के सामने जल्द आऊंगा। किरोड़ी लाल मीणा ने इस दौरान यह भी कहा कि कई बार वक़्त ऐसा होता है, इस बार मेरे साथ हो गया। उन्होंने कहा कि दगा किसी का सगा नहीं होता और दगे को हम समय पर पहचान नहीं सकें, इसलिए हमारे साथ ऐसा विश्वासघात हो गया। अब किरोड़ी लाल मीणा का इशारा किसकी और है, किरोड़ी लाल मीणा सबूतों के साथ क्या बड़ा धमाका करने वाले हैं, ये देखना वाकई दिलचस्प होगा।